कर्मकार बोर्ड प्रकरण में कार्रवाई को फाइल सीएम तक पहुंची, सचिव श्रम ने जांच अधिकारी की संस्तुतियों के आधार पर कार्रवाई को फाइल आगे बढ़ाई, कोटद्वार अस्पताल के लिए 20 करोड़ का भुगतान करना अफसरों को पड़ गया है भारी
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड प्रकरण में कार्रवाई को फाइल सीएम स्तर तक पहुंच गई है। जांच अधिकारी वी षणमुगम की संस्तुतियों को आधार बनाते हुए करीब आधा दर्जन अफसरों पर कार्रवाई होगी। कोटद्वार अस्पताल निर्माण को 20 करोड़ रुपये जारी करना ईएसआई और बोर्ड के अफसरों को भारी पड़ने जा रहा है।
20 करोड़ का पैसा ब्रिज एंड रूफ कंपनी वापस कर चुकी है, लेकिन गलत प्रक्रिया को अपनाते हुए पैसा भुगतान की प्रक्रिया से जुड़े अफसरों पर कार्रवाई होनी है। कार्रवाई से पहले आईएएस अफसर वी षणमुगम की जांच समिति को सभी पहलुओं की जांच का जिम्मा दिया गया। समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को दी। मुख्य सचिव ने सचिव श्रम को रिपोर्ट का परीक्षण कर आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए। सचिव श्रम हरबंस सिंह चुघ ने जांच अधिकारी की संस्तुतियों के आधार पर रिपोर्ट उच्च स्तर पर भेज दी है। सूत्रों के अनुसार बोर्ड और ईएसआई के अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की गई है। सचिव श्रम ने कार्रवाई को फाइल उच्च स्तर पर भेजने की पुष्टि की।
बोर्ड के कामकाज को लेकर एजी ऑडिट ने भी गंभीर सवाल उठाए हैं। इन सवालों के जवाब बोर्ड से मांगे गए, तो बोर्ड के मौजूदा अफसरों ने पुराने प्रबंधन से जुड़े लोगों को ऑडिट के सवाल भेज दिए हैं। सूत्रों की माने तो बोर्ड के अधिकतर बड़े कार्यों में विधिवत मंजूरियां ही नहीं मिल रही हैं। बोर्ड की ओर से खरीदी गई साइकिलों को लेकर शासन ने देहरादून, हरिद्वार, यूएसनगर, पौड़ी के डीएम से रिपोर्ट मांगी है। अभी कहीं से भी रिपोर्ट नहीं पहुंची है। इन रिपोर्ट के आने के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी।