234 किमी लंबी आउटर रिंग रोड से संवरेगी टिहरी झील, 3400 करोड़ होंगे खर्च
देहरादून।
टिहरी झील को संवारने के लिए 234 किमी लंबी आउटर रिंग रोड विकसित की जाएगी। इस पर 3400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे टिहरी झील को एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। सोमवार को मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने रिंग रोड की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने जल्द फिजिबिलिटी और वायबिलिटी रिपेार्ट तैयार किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि इस आउटर रिंग रोड से रोड कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाएगा। रिंग रोड के लिए टिहरी डैम होते हुए टिपरी से चाह गडोलिया, पिलखी, घनसाली, सेंदुल से पिपोला तक 66.4 किमी सड़क का विस्तारीकरण होगा। पिपोला से घोंटी पुल होते हुए म्यूड़ा तक 16 किमी नई सड़क बनेगी। छह मीटर चौड़ी डबल लेन रिंग रोड के एक किनारे फुटपाथ, साइकिल ट्रेक, सड़क के बीच में डिवाइडर पर ग्रीन बेल्ट विकसित होगी। घनसाली, सेंदुल, जलकुर और भौंगा में 36-36 मीटर स्पान के पुल बनेंगे।
इस आउटर रोड के जरिए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटकों के लिहाज से ही सड़क विकसित होगी। सड़क किनारे पेट्रोल पंप, पार्किंग, होटल, ढांबे, व्यू प्वाइंट, शौचालय की सुविधा दी जाएगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इस सड़क को लेकर सभी कागजी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव लोनिवि आरके सुधांशु, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, सचिव वित्त सौजन्या, सचिव ऊर्जा राधिका झा आदि मौजूद रहे।