चार धाम यात्रा में देवस्थानम बोर्ड की भूमिका पर स्पष्ट नहीं सरकार, सीएम पहले बोले चारों धाम पुरानी व्यवस्था के अनुरूप चलेंगे, सचिवालय में बोले अभी इस पर इतनी जल्दी नहीं, सीएम तीरथ बोले चारों धामों में सभी के हक हकूक रहेंगे सुरक्षित, पहली प्राथमिकता यात्रा तैयारियों को पूरा करने की 

0
77

चार धाम यात्रा में देवस्थानम बोर्ड की भूमिका पर स्पष्ट नहीं सरकार, सीएम पहले बोले चारों धाम पुरानी व्यवस्था के अनुरूप चलेंगे, सचिवालय में बोले अभी इस पर इतनी जल्दी नहीं, सीएम तीरथ बोले चारों धामों में सभी के हक हकूक रहेंगे सुरक्षित, पहली प्राथमिकता यात्रा तैयारियों को पूरा करने की

देहरादून।

चार धाम यात्रा में देवस्थानम बोर्ड की भूमिका पर सरकार अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। सीएम तीरथ रावत पहले बोले कि चारों धाम पुरानी व्यवस्था के अनुरूप चलेंगे। बाद में सचिवालय में बोले कि अभी इस पर इतनी जल्दी नहीं, हालांकि ये पिछली सरकार की तरह ये जरूर बोले की सभी के हक हकूक पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। फिलहाल पहली प्राथमिकता यात्रा तैयारियों को पूरा करने की है।
सीएम तीरथ सिंह रावत ने साफ किया कि चारों धाम पुरानी व्यवस्था के अनुरूप ही चलेंगे। चारों धामों से जुड़े लोगों के हक हकूक पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। उनसे किसी भी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं होगी। बाकि उनकी जो भी समस्याएं होंगी, उस पर उनके साथ जल्द बैठक कर वार्ता होगी।
सीएम ने अपने आवास पर सुबह मीडिया से बातचीत में कहा कि चारों धामों के कपाट खुलने की तारीखें घोषित हो चुकी हैं। अब इन तारीखों पर पूर्व के अनुरूप धामों की व्यवस्थाएं चलेंगी। कहा कि चारों धामों में सभी के हक हकूक पहले की तरह सुरक्षित रहेंगे। धामों से जुड़े लोगों से जल्द वार्ता होगी। यदि इसके बाद भी उनकी कुछ समस्याएं हैं, तो उन्हें आपस में बैठ कर सुलझा लिया जाएगा।
हालांकि सचिवालय में मीडिया से बातचीत में चार धाम यात्रा की तैयारियों में देवस्थानम बोर्ड की क्या भूमिका रहेगी। देवस्थानम बोर्ड का भविष्य क्या होगा, इन तमाम सवालों को सीएम तीरथ सिंह रावत टाल गए। सीएम ने सिर्फ यही कहा कि अभी इस पर इतना जल्दी करना ठीक नहीं है। क्योंकि पहले सरकार का फोकस चार धाम यात्रा में सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य, यातायात व्यवस्था उच्च स्तर की तय करना है। बाकि प्रश्न सब बाद के हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here