विरोध के बीच अधिशासी अभियंता के पदों पर हुए प्रमोशन, अरविंद सजवाण बने स्थायी अधिशासी अभियंता, जल निगम एससी एसटी इम्प्लाईज एसोसिएशन पदोन्नति का लगातार कर रहा है विरोध
पेयजल निगम में लंबे इंतजार के बाद गुरुवार को सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता पद पर पदोन्नति आदेश जारी कर दिए गए हैं। ये आदेश जल निगम एससी एसटी इम्प्लाईज एसोसिएशन के विरोध को दरकिनार करते हुए किए गए।
महाप्रबंधक प्रशासन सीताराम ने पदोन्नति आदेश जारी किए। सहायक अभियंता ममता तिवारी, अरविंद सजवाण, संजय कुमार, अनिल कुमार जोशी, सुनील जोशी, राजेश कुमार, आशीष कुमार, केशवानंद सेमवाल, समीर प्रताप, शिवल द्विवेदी, गिरीजा भूषण जोशी, सुरेश नारायण सिंह, आशुतोष उपाध्याय, एनके गोयल, देवेश कुमार को अधिशासी अभियंता पद पर पदोन्नत किया गया। सभी को उनकी वर्तमान तैनाती स्थल पर ही पदोन्नति दी गई। नई तैनाती के आदेश अलग से जारी होंगे।
इन प्रमोशन का एससी एसटी इम्प्लाईज एसोसिएशन लगातार विरोध कर रही थी। डीपीसी को एससी आयोग में चुनौती दी गई थी। महासचिव सुनील कुमार ने कहा कि ये प्रमोशन आयोग के आदेशों की अवहेलना है। आयोग ने अपने आदेश में साफ किया है कि जल्द संशोधित रोस्टर तैयार किया जाए। रोस्टर के अनुसार वरिष्ठता निर्धारित की जाए। किसी भी तरह एससी एसटी इंजीनियरों के हित प्रभावित न हों। इसके बाद भी बिना सही रोस्टर के वरिष्ठता निर्धारण किए ही प्रमोशन कर दिए गए। इन प्रमोशन आदेश को चुनौती दी जाएगी। दूसरी ओर एससी आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा की ओर से आदेश दिए गए कि जल निगम प्रबंधन 15 दिन के भीतर रोस्टर तैयार कर प्रस्तुत करे। इन प्रमोशन पर उत्तराखंड इंजीनियर्स फेडरेशन के महासचिव जितेंद्र देव, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष रामकुमार, महासचिव अजय बेलवाल ने प्रबंधन का आभार जताया।