देहरादून
ओडिशा के बालासोर जिले में बीते शुक्रवार 2 जून को तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हो गईं। शाम को हुए इस हादसे में तकरीबन 237 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि 900 से अधिक यात्री घायल हैं। कुछ यात्री काफी ज्यादा चोटिल हैं और अपनी जिंदगी के लिए लड़ रहे हैं। मलबे में तब्दील ट्रेन के डिब्बे। जगह-जगह यात्रियों के बिखरे सामान। कहीं किसी का चप्पल पड़ा है तो कहीं किसी का पर्स। जगह-जगह पटरियां खून से लाल हैं। मंजर बहुत भयावह है। ट्रेन की पटरियों के बगल में कतार से लाशें पड़ी हैं। ये उन यात्रियों की हैं जिन्हें मंजिल के बजाय मौत मिली। रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चला। हर तरफ चीख-पुकार मचा हुआ था। वो चीखें सुबह शांत हो चुकी हैं। उसकी जगह है मौत का सन्नाटा। ट्रेनों के मलबों में सुबह भी कुछ लाशें सुबह भी फंसी दिखीं। कुछ जगह मानव अंग फंसे दिखे। राहत और बचाव का काम अब पूरा हो चुका है। अब पटरियों से मलबा हटाने का काम चल रहा है।घायलों का इलाज बालासोर, भद्रक, मयूरभंज, कटक और जाजपुर के हॉस्पिटल में चल रहा है। बता दें कि दुर्घटना में मौत होने वाले यात्रियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, इस बात की भी आशंका जताई जा रही है।