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कर्मकार बोर्ड पर कांग्रेस ने घेरा, एसआईटी जांच की मांग की, विधानसभा में सरकार पर होगा वार, कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह बोले, सरकार बताए तीन साल में अचानक कैसे चार लाख तक पहुंच गए श्रमिक, किस विधानसभा में किन किन पात्र लोगों को बांटा गया बोर्ड का सामान, सरकार कराए विस्तृत जांच 

कर्मकार बोर्ड पर कांग्रेस ने घेरा, एसआईटी जांच की मांग की, विधानसभा में सरकार पर होगा वार, कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह बोले, सरकार बताए तीन साल में अचानक कैसे चार लाख तक पहुंच गए श्रमिक, किस विधानसभा में किन किन पात्र लोगों को बांटा गया बोर्ड का सामान, सरकार कराए विस्तृत जांच

देहरादून।

उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के कार्यों की कांग्रेस ने एसआईटी जांच की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जिस तरह बोर्ड के कार्यों में बड़े स्तर पर अनियमितता हुई है, उसकी एसआईटी जांच कराना जरूरी हो गया है। तभी असल हकीकत सामने आएगी। इस मुद्दे को भी कांग्रेस सदन में जोरशोर से उठाएगी।
कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में राज्य में श्रमिकों की संख्या में अचानक चमत्कारी बढ़ोत्तरी हो गई। एक दो लाख नहीं, बल्कि संख्या सीधे चार लाख के आंकड़े को भी पार कर गई। सरकार बताए कि ऐसा क्या चमत्कार हुआ है। जो श्रमिकों की संख्या तीन साल में चार लाख पहुंच गई। बोर्ड ने पहाड़ तक में साइकिल चढ़ा दी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अब जरूरी हो गया है कि सरकार बताए कि इस प्रदेश में किस जिले और किस विधानसभा में श्रमिकों को क्या क्या सामान बांटा गया। बांटे गए सामान की सूची उपलब्ध कराए। ताकि हमें भी पता चल सके कि हमारी विधानसभाओं में क्या क्या सामान बांटा गया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में सिर्फ जीरो टालरेंस की बात की जाती है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। कर्मकार बोर्ड में रोज गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। एनएच 74 की जांच का कहीं कुछ पता नहीं है। 100 दिन में लोकायुक्त लाने का दावा करने वाली सरकार का कहीं कुछ पता नहीं है। श्रम मंत्री हरक सिंह रावत के बयान पर भी प्रीतम सिंह ने चुटकी ली। हरक ने सोमवार को ही कहा था कि वे अभिमन्यू नहीं, जो आखिरी दरवाजे पर मारा जाऊं। इस पर प्रीतम सिंह ने कटाक्ष किया कि इतिहास याद आज भी अभिमन्यू को ही करता है।

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