जनरल ओबीसी कर्मचारी फिर आंदोलन की राह पर, सरकार को दिया दो दिन का समय, पदोन्नति में आरक्षण पूरी तरह समाप्त करने की मांग
देहरादून।
जनरल ओबीसी इम्प्लाईज एसोसिएशन ने आंदोलन का ऐलान कर दिया है। अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ चल रही जांच निरस्त न होने, पदोन्नति में आरक्षण पूरी तरह समाप्त, रोस्टर में बदलाव की मांग पूरी न होने के विरोध में आंदोलन का कार्यक्रम जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को भेजे ज्ञापन में एसोसिएशन ने दो दिन के भीतर मांगों के निस्तारण की मांग की।
एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक जोशी और महासचिव वीरेंद्र सिंह गुसाईं ने कहा कि एसोसिएशन के चरणबद्ध आंदोलन कार्यक्रम के बाद आश्वासन दिया गया था कि सभी मांगों का निस्तारण कर दिया जाएगा। इसके बाद भी एसोसिएशन अध्यक्ष के खिलाफ की जा रही उत्पीड़न की कार्रवाई को समाप्त नहीं किया गया है। बिना शर्त तत्काल जांच को वापस लिया जाए। कहा कि यूपी की तरह पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त किए जाने और आरक्षण मुक्त व्यवस्था को स्थायी रूप से लागू किए जाने को एक्ट बनाया जाए। वर्ष 1997 से पदोन्नत कर्मचारियों को यूपी की तरह रिवर्ट किया जाए। सीधी भर्ती के रोस्टर में पहला पद अनारक्षित श्रेणी के लिए रखा जाए। कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी में पदोन्नति के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराए जाएं।
वेतन कटौती हो बंद
एसोसिएशन ने फ्रीज किए गए महंगाई भत्ते को बहाल करने की मांग की। कहा कि कर्मचारियों के वेतन से एक दिन की कटौती भी बंद की जाए। ताकि कर्मचारियों को वित्तीय नुकसान न हो।
ये है आंदोलन का कार्यक्रम
एसोसिएशन ने आठ अक्तूबर से आंदोलन का ऐलान किया। आठ अक्तूबर को हर जिले में शाम छह बजे मशाल जुलूस निकाला जाएगा। 14 अक्तूबर को तीन बजे से दोपहिया वाहन रैली निकाली जाएगी। 15 अक्तूबर को प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में अगले चरण के आंदोलन का ऐलान होगा।