सीएम त्रिवेंद्र के निशाने पर बिजली चोरी को बढ़ावा देने वाले अफसर, कर्मचारी, जिम्मेदारी तय करने के दिए निर्देश
देहरादून।
राज्य में बिजली चोरी को बढ़ावा देने वाले अफसर सीएम त्रिवेंद्र रावत के निशाने पर हैं। सीएम त्रिवेंद्र ने साफ किया कि बिजली चोरी के दोषियों के खिलाफ कठोर एक्शन लिया जाए। जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की जाए। पूरे राज्य में बिजली चोरी रोकने को अभियान चलाया जाए।
पॉवर सेक्टर के तीनों निगमों के अफसरों के साथ ऑनलाइन बैठक में सीएम ने कहा कि लाइन लॉस कम करने को बिजली चोरी को सख्ती के साथ रोका जाए। बिजली की लाईनों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने को ठोस योजना बनाई जाए। लाइनों की नियमित जांच की जाए। जरूरत पड़ने पर अंडर ग्राउंड केबलिंग की व्यवस्था की जाए। बिजली लाईनों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं पर तय मानकों पर क्षतिपूर्ति एक सप्ताह के भीतर दी जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर हाल में ये सुनिश्चित किया जाए कि दुर्घटना के कारणों की जांच रिपोर्ट सबंधित क्षेत्र के विद्युत विभाग के अधिकारियों से शीघ्र उपलब्ध हो। बिजली के बिल लोगों तक नियमित रूप से पहुंचे। इस अवसर पर सचिव ऊर्जा राधिका झा, एमडी यूपीसीएल नीरज खैरवाल, अपर सचिव कैप्टन आलोक शेखर तिवारी आदि मौजूद रहे।