कर्मकार बोर्ड से हटाए गए चार उपनल कर्मचारी, फिर हुए बहाल, कार्यमुक्त कर्मचारी को श्रमायुक्त ने किया दोबारा तैनात
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से चार उपनल कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है। उनकी सेवाएं समाप्त किए जाने का आदेश बोर्ड कार्यालय में चस्पा किया गया। हालांकि बाद में अध्यक्ष ने सभी को बहाल कर दिया। इसके साथ ही मंगलवार को पूरे बोर्ड कार्यालय में ताले लगे हुए रहे। इसके कारण अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को भी ऑफिस से लौटना पड़ा।
मंगलवार को शमशेर सिंह सत्याल बोर्ड कार्यालय पहुंचे, तो उन्हें हर फ्लोर पर ताला लगा हुआ मिला। बोर्ड कार्यालय में एक भी कर्मचारी नहीं मिला। सिर्फ चार वही कर्मचारी गेट पर खड़े मिले, जिनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। दो डाटा एंट्री ऑपरेटर और दो अनुसेवकों की सेवाएं समाप्त की गई हैं। बोर्ड पर चार लोगों के नाम के साथ नोटिस चस्पा किया गया। इसमें तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त किए जाने के लिए लिखा गया था। आदेश सचिव बोर्ड की ओर से किया गया। उनका पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। न मैसेज का जवाब दिया।
एक कर्मचारी को किया कार्यमुक्त
सचिव बोर्ड ने संदीप मौर्य को प्रभारी वरिष्ठ सहायक के पद से भी कार्यमुक्त किया। आदेश में उन्होंने लिखा कि उन्हें हिंदी और अंग्रेजी टाइपिंग का कोई ज्ञान नहीं है। इसे देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त किया जाता है। हालांकि श्रमायुक्त ने सचिव के आदेश पर रोक लगा दी।
ये पूरी तरह प्रशासनिक अराजकता है। बिना नोटिस, किसी आधार के कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करना। वो भी बिना अध्यक्ष के संज्ञान में लाए हुए इस तरह काम करना, पूरी तरह मनमानी है। इसकी शिकायत मुख्य सचिव से लेकर सचिव श्रम को की जा रही है।
शमशेर सिंह सत्याल, अध्यक्ष उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड