शासन, सरकार को लेकर बिजली कर्मचारियों में बढ़ रही नाराजगी, एसीपी को लेकर नये सिरे से आंदोलन की तैयारी, विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा हुआ लामबंद
देहरादून।
शासन, सरकार को लेकर बिजली कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। ऐसे में एसीपी को लेकर नये सिरे से आंदोलन की तैयारी है। इसके लिए विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा लामबंद हो गया है। विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की एक बैठक में संगठन को विस्तार दिया गया। नये सह संयोजक बनाए गए। ऊर्जा कामगार संगठन भी मोर्चा से जुड़ा। तय हुआ कि एसीपी की पुरानी व्यवस्था को लागू करने को नये सिरे से दबाव बनाया जाएगा।
टर्नर रोड कार्यालय पर हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदीप कंसल और मोर्चा संयोजक इंसारउल हक ने कहा कि संगठन को मजबूत किया जाएगा। बैठक में विद्युत संघर्ष मोर्चा का पुनर्गठन किया गया। राकेश शर्मा, अमित रंजन, डीसी ध्यानी को मोर्चा सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई। उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन के अध्यक्ष राकेश शर्मा, कार्यवाहक अध्यक्ष दीपक बेनीवाल ने मोर्चे के साथ जुड़ने की सहमति दी।
बैठक में तीनों ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर शासन स्तर पर अभी तक कोई कार्यवाही न किए जाने पर नाराजगी जताई गई। पे मेट्रिक्स, पुरानी पेंशन व्यवस्था, भत्तों के रिवीजन पर भी कोई फैसला नहीं हुआ है। बैठक में हिमाचल और केरल की तरह ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर विद्युत परिषद के गठन की मांग की गई। बिजली कंपनियों के निजीकरण की कार्रवाई को जनविरोधी फैसला करार दिया गया। बैठक में विनोद ध्यानी, डीसी ध्यानी, केहर सिंह, प्रदीप प्रकाश शर्मा, पंकज सैनी, भानु प्रकाश जोशी, भगवती प्रसाद, गोविंद प्रसाद नौटियाल मौजूद रहे।