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जल निगम नई भर्ती से इंजीनियरों का संकट दूर, पहाड़ों में दी जा रही है पोस्टिंग, 78 को दी गई तैनाती, कुछ ने पहली पोस्टिंग ही मैदान सुगम में लेने को बनाया दबाव 

जल निगम नई भर्ती से इंजीनियरों का संकट दूर, पहाड़ों में दी जा रही है पोस्टिंग, 78 को दी गई तैनाती, कुछ ने पहली पोस्टिंग ही मैदान सुगम में लेने को बनाया दबाव

देहरादून।

जल निगम में नई भर्ती से इंजीनियरों का संकट दूर होने जा रहा है। 78 जूनियर इंजीनियरों को पोस्टिंग दे भी दी गई है। कुल 221 जेई को पोस्टिंग दी जानी है। महिलाओं को सुगम में छोड़ कर पुरुषों को दुर्गम में पोस्टिंग दी गई है। हालांकि कई लोगों ने पहली ही पोस्टिंग सुगम में ही लेने को लेकर दबाव बनाया हुआ है। कुछ का दबाव काम कर भी गया है।
जल निगम में मौजूदा समय में जूनियर इंजीनियरों की बड़ी कमी रही। खासतौर पर जेई से एई में प्रमोशन होने के बाद जेई के पद खाली हो गए। इसका सीधा असर जल जीवन मिशन समेत तमाम परियोजनाओं पर पड़ा। ये संकट अब कुछ थोड़ा कम हुआ है। आयोग से 78 जूनियर इंजीनियर पेयजल निगम को मिलने से ये राहत मिली है। आयोग से कुल 221 जेई को पोस्टिंग दी जानी है। अभी 78 के प्रमाण पत्रों की ही जांच पूरी हो पाई है। शेष के प्रमाण पत्रों की जांच अगले कुछ समय में पूरी होने की संभावना जताई जा रही है।
पहली पोस्टिंग दुर्गम क्षेत्रों में दिए जाने का मानक है। इस मानक में महिलाओं को कुछ राहत दी गई है। महिलाओं को देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, जिला मुख्यालयों पर ही पोस्टिंग दी गई है। हालांकि कुछ पुरुष चयनित जेई जरूर पहली पोस्टिंग ही मैदानी सुगम मलाईदार पदों पर लेने में सफल रहे। इसके पीछे राजनीतिक दबाव बताया जा रहा है।

उपनल वालों के लिए बनाई जा रही जगह
जेई की कमी के नाम पर उपनल वालों के लिए भी जगह बनाई जा रही है। उपनल से 100 जूनियर इंजीनियरों की भर्ती किए जाने की तैयारी है। आधार जल जीवन मिशन में तेजी लाने को बताया जा रहा है। उपनल से किसी प्रकार की दिक्कत आने पर इन जेई को आउटसोर्स भी किए जाने की प्लानिंग की जा रही है। प्राइवेट आउटसोर्स एजेंसी के जरिए जेई रखने की तैयारी है।

आयोग से आए हुए जूनियर इंजीनियरों को तैनाती दे दी गई है। अधिकतर को पहाड़ पर चढ़ाया गया है। पूरी कोशिश की गई है कि पहाड़ पर जूनियर इंजीनियरों की कोई कमी न रहे। हर डिवीजन को जेई और एई देने का प्रयास किया गया है। दुर्गम क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया गया है।
केके रस्तोगी, मुख्य अभियंता मुख्यालय

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