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करवा चौथ पर हाथों में मेहंदी से लिख कर की पुरानी पेंशन बहाल की मांग, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे से जुड़ी महिला कर्मचारियों ने बनाया दबाव 

करवा चौथ पर हाथों में मेहंदी से लिख कर की पुरानी पेंशन बहाल की मांग, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे से जुड़ी महिला कर्मचारियों ने बनाया दबाव

देहरादून।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे से जुड़ी महिला कर्मचारियों ने हाथों में मेहंदी से पुरानी पेंशन बहाल हो लिख कर जागरुकता अभियान चलाया। मोर्चा ने तय किया कि जैसे सरकार नो वर्क नो पे का आदेश लागू करती है। उसी तरह अब नो ओपीएस, नो वोट का अभियान चलाया जाएगा।
मोर्चा की ऑनलाइन बैठक में पदाधिकारियों ने बताया कि राज्य में मंगलवार को महिला कर्मचारियों ने मेहंदी लगा कर माहौल बनाया। पुरानी पेंशन योजना लागू न होने का असर महिलाओं पर भी पड़ेगा। मोर्चे की प्रान्तीय महिला उपाध्यक्ष योगिता तिवारी ने कहा कि नई पेंशन के विरोध में ही महिला कर्मचारियों ने करवाचौथ पर मेहंदी पुरानी पेंशन की मांग की। इस अभियान में महिलाओं की भूमिका निर्णायक होगी। पुरानी पेंशन भविष्य की मांग है, इसे सरकार को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अवंतिका, एकता कुकरेती, सुमन पांडे, रेनु डांगला ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर हड़ताल के दौरान नो वर्क, नो पे के आदेश लागू होते हैं। ऐसे में अब कर्मचारियों के स्तर से नो ओपीएस, नो वोट अभियान चलाया जाएगा। कहा कि पुरानी पेंशन को खत्म करने का निर्णय लेने से पहले कर्मचारियों की सहमति तक नहीं ली गई। बैठक में अध्यक्ष अनिल बड़ोनी, महासचिव सीताराम पोखरियाल, ज्योति पालनी, ममता पांडे, उषा धपोला, जया, शोभा सती, प्रियंका वर्मा, पूनम खाती, दिव्या रौतेला, नीलम बिष्ट, लक्ष्मी नेगी, अरुणा, लक्ष्मी रावत, शशि चौधरी, अनुराधा, अर्चना, अमृता नौटियाल, हेमलता डंगवाल, कल्पना गुसांई, अरुणा राणा, प्रियंका भट्ट, प्रीति डोभाल, प्रभावती नेगी, लता मलासी, संगीता राणा, आशा राणा, वंदना, सोनम, नेहा बिष्ट, सुमन डिमरी, सुमन कठैत मौजूद रहे।

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