सामान सप्लाई में मनमानी करने वाली कंपनियों पर एमडी यूपीसीएल सख्त, बिजली केबिल सप्लाई में देरी पर कंपनी ब्लैक लिस्ट, यूपीसीएल मैनेजमेंट ने एक सप्ताह में लगातार दूसरी कंपनी को किया ब्लैक लिस्ट
ऊर्जा निगम ने केबिल सप्लाई में लापरवाही बरतने पर मैसर्स क्वांटा केबिल कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया है। दो अलग अलग टेंडरों में कंपनी पर ये कार्रवाई की गई है। तीन साल के लिए ब्लैक लिस्ट करते हुए टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यूपीसीएल ने क्वांटा केबिल कंपनी के साथ 225 किमी और 350 किमी लंबे एबी केबिल को लेकर दो अलग अलग करार किए थे। पहले करार में कंपनी ने चयनित होने के बाद तय समय पर सिक्योरिटी ही जमा ही जमा नहीं कराई। कई बार कंपनी को पत्र लिखे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। दूसरे करार में कंपनी ने समय पर केबिल की सप्लाई ही नहीं की। इससे यूपीसीएल के सप्लाई नेटवर्क को मजबूत किए जाने के काम प्रभावित हुए। इस पर कई नोटिस के बाद भी जवाब न आने पर कंपनी को ब्लैक लिस्ट किए जाने के आदेश जारी किए गए। क्वांटा केबिल कंपनी सितारगंज यूएसनगर की है।
यूपीसीएल मैनेजमेंट ने सामान सप्लाई करने में लापरवाही बरतने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। एक सप्ताह के भीतर ही दो कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। दो दिन पहले ही बिजली के पोल सप्लाई करने में लापरवाही बरतने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया गया। यूपीसीएल की इस कार्रवाई से सामान सप्लाई करने वाली कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। अभी तक कंपनियां टेंडर अपने नाम कराने के बाद सो जाती थी। धीरे धीरे अपनी सुविधा के अनुसार सामान सप्लाई होता था। पहली बार कंपनियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई है।
टेंडर के तय मानकों के अनुसार ही कंपनियों को काम करना होगा। जो कंपनी भी तय शर्तों के विपरीत जाकर काम करेगी, तो उसके खिलाफ इसी तरह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। किसी भी सूरत में कंपनियों की मनमानी का नुकसान पॉवर सप्लाई सिस्टम को भुगतने नहीं दिया जाएगा।
अनिल यादव, एमडी यूपीसीएल