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उत्तराखंड में चार दिनों में प्रति घंटे एक से ज्यादा मरीज की मौत, चार दिनों के भीतर उत्तराखंड में हो चुकी है 100 मरीजों की मौत, कुल 96 घंटे में 100 मरीजों की मौत के आंकड़े से मचा हड़कंप 

उत्तराखंड में चार दिनों में प्रति घंटे एक से ज्यादा मरीज की मौत, चार दिनों के भीतर उत्तराखंड में हो चुकी है 100 मरीजों की मौत, कुल 96 घंटे में 100 मरीजों की मौत के आंकड़े से मचा हड़कंप

देहरादून।

उत्तराखंड में दिनों दिन कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी के साथ इजाफा होता जा रहा है। न सिर्फ मरीजों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि मौत का आंकड़ा भी दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले चार दिनों के भीतर उत्तराखंड में 100 मरीजों की मौत हो चुकी है। कुल 96 घंटे में 100 मरीजों की मौत के आंकड़े ने स्वास्थ्य महकमे को हिला कर रख दिया है।
चार दिनों के आंकड़े के अनुसार राज्य में प्रति घंटे एक से अधिक मरीज कोरोना के कारण दम तोड़ रहा है। राज्य में एक सप्ताह के भीतर कुल 139 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें चार दिनों में 100 मरीजों की मौत हुई है। मौतों की इस दर के कारण अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात किस कदर चिंताजनक हो गए हैं। मृतकों में भी 21 साल से लेकर 80 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। अधिक संख्या 50 से ऊपर वालों की जरूर है, लेकिन 21, 26, 33, 40 वर्ष वालों की भी उम्र कम नहीं है।
इससे ये सोचना कि सिर्फ अधिक उम्र वाले ही अधिक प्रभावित हो रहे हैं, गलत है। पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक डा. जर्नादन सिंह पांगती इसके लिए लोगों के स्तर पर बरती जा रही लापरवाही को अधिक जिम्मेदार मानते हैं। उनका कहना है कि लोग न तो सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। न ही मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। जबकि ये सबसे जरूरी है। उन्होंने बताया कि मास्क पहन कर उन्होंने 65 साल की उम्र में भी अस्पताल में मरीजों की भीड़ का सामना किया। उनका इलाज किया, लेकिन एक मिनट के लिए भी मास्क को नहीं उतारा। ऐसे में लोगों को समझना चाहिए कि इस बीमारी से जागरुकता के जरिए ही निपटा जा सकता है। सामाजिक दूरी और मास्क सबसे जरूरी है।

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