देहरादून
सीएम पुष्कर धामी के राज में आईटी एक्सपर्ट के लिए बढ़ेंगे मौके, ऊर्जा निगम में इंजीनियर के साथ ही अलग से बनेगा आईटी कैडर, आईटी कोर्स करने वालों को पॉवर सेक्टर में मिलेंगी नौकरियां, पॉवर सेक्टर में बढ़ती तकनीक को देखते आईटी कैडर को किया जाएगा मजबूत
ऊर्जा निगम में आईटी एक्सपर्ट के लिए भी अब मौके बढ़ेंगे। निगम में अब इंजीनियरिंग, लेखा, मिनिस्टीरियल के साथ ही आईटी कैडर भी बनेगा। आईटी कैडर को और अधिक विस्तार दिया जाएगा। इससे आईटी सेक्टर से जुड़े युवाओं को नौकरियां मिलेंगी।
पॉवर सेक्टर में आईटी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए ऑडिट कमेटी की बैठक में भी आईटी कैडर को विस्तार देने पर जोर दिया गया। अभी यूपीसीएल में आईटी से जुड़े कर्मचारियों की सीमित संख्या है। निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक चंद कर्मचारियों के भरोसे ही पूरा आईटी सेक्टर है। जबकि यूपीसीएल में मौजूदा समय में ईआरपी प्रोजेक्ट को लांच किया जा रहा है। इसके तहत पूरा यूपीसीएल ऑनलाइन हो जाएगा। सब डिवीजन, डिवीजन, सर्किल, चीफ ऑफिस से लेकर मुख्यालय तक की फाइलें ऑनलाइन ही दौड़ेंगी। सभी प्रोजेक्ट से जुड़ी फाइलें भी ऑनलाइन आगे बढ़ेंगी। इन तमाम कार्यों के लिए ऊर्जा निगम में आईटी पेशेवरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बड़ी संख्या में आईटी सेक्टर के युवाओं को यूपीसीएल में नौकरी मिल सकेगी।
यूजेवीएनएल में भी नए सिरे से बनेगा ढांचा
उत्तराखंड में लखवाड़, किसाऊ पॉवर प्रोजेक्ट समेत कई अन्य पॉवर प्रोजेक्ट पर काम शुरू होना है। टीएचडीसी के साथ मिल कर भी उत्तराखंड जल विद्युत निगम नई जल विद्युत परियोजनाओं पर काम करेगा। इसके लिए भी स्टाफ की जरूरत होगी। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, टीजी टू के पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए निगम के ढांचे को रिवाइज करने की तैयारी है। असिस्टेंट इंजीनियर के 45 और जूनियर इंजीनियर के 100 पदों को बढ़ाया जा सकता है।
पॉवर सेक्टर में भी आईटी की जरूरत अब तेजी से बढ़ रही है। पूरे सिस्टम को ईआरपी प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन किया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए निगम में आईटी कैडर को मजबूत किया जाएगा।
अनिल कुमार, एमडी यूपीसीएल