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जल निगम में बर्खास्त इंजीनियर बहाल, 1.61 लाख की होगी वसूली, आरटीआई में सूचना, टेंडर में देरी, अनुशासनहीनता के आरोपों में पूर्व एमडी ने किया था बर्खास्त, बहाली के साथ ही इंजीनियर के खिलाफ तीन स्तरीय कार्रवाई के भी किए गए हैं आदेश 

जल निगम में बर्खास्त इंजीनियर बहाल, 1.61 लाख की होगी वसूली, आरटीआई में सूचना, टेंडर में देरी, अनुशासनहीनता के आरोपों में पूर्व एमडी ने किया था बर्खास्त, बहाली के साथ ही इंजीनियर के खिलाफ तीन स्तरीय कार्रवाई के भी किए गए हैं आदेश

देहरादून।

जल निगम के बर्खास्त अधिशासी अभियंता सुजीत कुमार विकास को बहाल कर दिया गया है। उन पर आरटीआई में सूचना देने में देरी करने, टेंडर में देरी करने समेत अनुशासनहीनता के आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों पर पूर्व एमडी भजन सिंह ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। बहाली के साथ ही इंजीनियर के खिलाफ तीन स्तरीय कार्रवाई के भी आदेश किए गए हैं।
अधिशासी अभियंता सुजीत कुमार विकास को पूर्व एमडी भजन सिंह ने एमडी पद से पेयजल निगम सलाहकार बनाए जाने के दिन ही बर्खास्त किया था। जब शासन से उन्हें सलाहकार बनाए जाने का पत्र मुख्यालय पहुंचता, उससे पहले बर्खास्तगी आदेश जारी कर दिए गए। इन आदेशों को एक्सईएन की ओर से शासन में चुनौती दी गई। शासन ने सुनवाई का एक मौका दिया। अपर सचिव जीबी औली की अध्यक्षता में एक समिति बनाई। समिति ने अपनी रिपोर्ट में बर्खास्तगी का कोई आधार नहीं पाया। समिति की रिपोर्ट की संस्तुति पर एमडी एसके पंत की ओर से बहाली आदेश जारी किए गए। बहाली के साथ ही नई तैनाती भी दे दी गई। सुजीत कुमार विकास को जल निगम मुख्यालय में तैनाती दी गई है। एमडी जल निगम एसके पंत ने आदेश की पुष्टि की।
एक्सईएन सुजीत कुमार विकास को बहाल करने के साथ कार्रवाई भी की गई है। उनके तीन साल के इंक्रीमेंट रोक दिए गए हैं। इससे उन्हें हर महीने वित्तीय नुकसान होगा। एक प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। जो भविष्य में उनके प्रमोशन में अड़चन बनेगी। इसी के साथ 24 दिन टेंडर में करने पर होने वाले वित्तीय नुकसान पर 1.61 लाख की वसूली भी होगी।

पूर्व एमडी से वसूली की रफ्तार सुस्त
पेयजल योजनाओं में वित्तीय अनियमितताओं पर पूर्व एमडी रविंद्र कुमार से भी 15 लाख की वसूली होनी है। उन्हें निगम प्रबंधन की ओर से नोटिस जारी हो चुका है। उन्होंने शासन से दोबारा एकबार फिर उनका पक्ष सुनने का अनुरोध किया है। इस मसले पर एमडी जल निगम सुनवाई करेंगे। इसके साथ दूसरे आरोपी तत्कालीन सहायक अभियंता, जेई समेत तमाम दूसरा स्टाफ भी कार्रवाई की जद में है।

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