राज्य आंदोलनकारी, शिक्षक नेता केपी उनियाल का निधन, आंदोलनकारियों ने जताया शोक
देहरादून।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, शिक्षक नेता केपी उनियाल का 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। आंदोलनकारी संगठनों समेत सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने दुख शोक प्रकट किया। देहरादून लक्खीबाग में उनका अंतिम संस्कार हुआ।
आंदोलनकारी केपी उनियाल के अंतिम संस्कार के दौरान उनके बड़े पुत्र आशीष उनियाल ने मुखाग्नि दी। उनके छोटे पुत्र कैलिफोर्निया में होने के कारण नहीं पहुंच पाए। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने बताया कि केपी उनियाल राज्य आंदोलन के समय उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति के संस्थापक सदस्य व यूपी माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री भी रहे। वे वामपंथी विचारधारा से जुड़े रहे। उनका निवास चंद्रनगर में रहा।
उनके निधन पर धीरेंद्र प्रताप, हरिकृष्ण भट्ट, अवतार सिंह बिष्ट, सरिता नेगी, डा. विजेंद्र पोखरियाल, अनिल जोशी, अमर सिंह, सावित्री नेगी, मनीष नागपाल, भूपेंद्र सिंह लिंगवाल ने भी उनियाल के निधन पर शोक जताया। ओबीसी आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा ने उनियाल के निधन को बड़ा नुकसान बताया। उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच से जगमोहन सिंह नेगी, केशव उनियाल, अशोक वर्मा, ओमी उनियाल, प्रभात डंडरियाल, शिवानंद चमोली, राकेश नौटियाल, मोहन खत्री, विरेन्द्र सकलानी, हरजिंदर सिंह, पूरण सिंह लिंगवाल, वेदानंद कोठारी, सुदेश सिंह, अमर सिंह, चंद्र किरण राणा, राजेश पांथरी आदि शामिल थे।