पर्यटन की लापरवाही से लटका कर्मचारियों का वेतन
राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने दिखाया आईंना, सीएम के आदेश के बाद भी पैसा जारी न होने पर जताया रोष
सीएम ने दिया था आपदा मद में दो दो करोड़ दिए जाने का आश्वासन, अकेले रोडवेज को ही मिला लाभ
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
पर्यटन विभाग से आपदा मद में बजट जारी न होने पर कर्मचारियों ने नाराजगी जताई। राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने सीएम त्रिवेंद्र रावत के आश्वासन के बाद भी आपदा कोष से कर्मचारियों के वेतन का पैसा जारी न होने को गलत परंपरा बताया। महासंघ पदाधिकारियों ने कहा कि सीएम ने आश्वासन दिया था कि जीएमवीएन, केएमवीएन और रोडवेज को आपदा मद से मदद दी जाएगी। इसके बाद भी अभी तक जीएमवीएन और केएमवीएन को दो दो करोड़ की मदद नहीं हो पाई है। जबकि रोडवेज को 15 करोड़ की मदद मिल चुकी है। महासंघ ने शासन में पर्यटन विभाग की भूमिका पर सवाल उठाए।
महासंघ ने सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर से मिल कर रोष प्रकट किया। महासचिव वीएस रावत ने कहा कि जीएमवीएन और केएमवीएन को शासन के पर्यटन विभाग के माध्यम से वित के अनुमोदन के बाद बजट जारी किया जाना था। जो कि अभी तक नहीं किया गया। इससे कर्मचारियों को वेतन भुगतान की दिक्कत पेश आ रही है। उन्होंने जल्द भुगतान की मांग की। सचिव पर्यटन ने आश्वासन दिया कि इसी सप्ताह दोनों निगमों को दो दो करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष दिनेश गोसाईं, गढवाल मण्डल विकास निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनमोहन चौधरी भी मौजूद रहे।