उपनल कर्मचारी महासंघ का आंदोलन सातवें दिन भी जारी, कर्मचारी अब सड़कों पर उतरने की तैयारी में
देहरादून।
उपनल कर्मचारी महासंघ का आंदोलन अब धरना स्थल से बाहर निकल सड़कों पर आंदोलन की शक्ल लेने की तैयारी कर रहा है। बाकायदा महासंघ ने इसकी चेतावनी भी जारी कर दी है। कर्मचारियों ने सरकार पर संवादहीनता का आरोप लगाया। चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगे न मानी गई, तो धरना स्थल पर चल रहा आंदोलन बहुत जल्द सड़कों पर शुरू हो जाएगा।
महासंघ अध्यक्ष कुशाग्र जोशी ने कहा कि सात दिन बाद भी सरकार की ओर से वार्ता की कोई पहल नहीं हुई है। ये सरकार की कर्मचारी विरोधी सोच को दर्शाता है। इसे लेकर कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है। रविवार को धरना स्थल पर कार्मिक अनशन में विनोद गोदियाल, दीपक चौहान, महेश भट्ट, हरीश कोठारी, रोहित वर्मा, गरिमा, अनमोल, दीपक, नीरज, विनीत बैठे। धरना स्थल पर उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्द्ध सैनिक संगठन ने भी अपना समर्थन दिया। संगठन अध्यक्ष कैप्टन भगत सिंह राणा और वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के पौत्र जीएस नेगी ने भी उपनल कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया।
धरने में तय हुआ कि जल्द मांगों के निस्तारण को लेकर आंदोलन को तेज किया जाएगा। आंदोलन को सड़कों पर शुरू किया जाएगा। इसके लिए सीधे तौर पर सरकार स्वयं जिम्मेदार रहेगी। धरने में हेमंत रावत, विद्यासागर धस्माना, हिमांशु जुयाल, मनोज चौहान, मनोज सेमवाल, दिनेश रावत, विपिन असवाल, विनय प्रसाद, मनवीर तड़ियाल, सोहन नेगी, भारतेंदू, कल्पना, पूनम, साधना, मीना, दीपा, पल्लवी, सोहन, मनोज, लक्ष्मी रौथाण, ओम स्वरूप पोखरियाल मौजूद रहे।