Site icon GAIRSAIN TIMES

उत्तराखंड ऊर्जा के हर निगम में प्रमोशन के अलग अलग नियम, कई इंटरव्यू, कहीं लिखित परीक्षा, अब यूजेवीएनएल में जेई पदों पर प्रमोशन को लेकर हो रहे इंटरव्यू पर खड़ा हुआ विवाद 

उत्तराखंड ऊर्जा के हर निगम में प्रमोशन के अलग अलग नियम, कई इंटरव्यू, कहीं लिखित परीक्षा, अब यूजेवीएनएल में जेई पदों पर प्रमोशन को लेकर हो रहे इंटरव्यू पर खड़ा हुआ विवाद

देहरादून।

उत्तराखंड जल विद्युत निगम में तकनीकी ग्रेड से जूनियर इंजीनियर के पदों पर प्रमोशन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विवाद इंटरव्यू में तय पदों के सापेक्ष कम लोगों को बुलाए जाने पर खड़ा हुआ है। तीनों निगमों में प्रमोशन के अलग अलग नियम होने के कारण भी विवाद की स्थिति बन रही है।
ऊर्जा के तीनों निगमों में टीजी टू से जूनियर इंजीनियर पद पर प्रमोशन के अलग अलग नियम हैं। यूपीसीएल में लंबे समय से प्रमोशन को लेकर परीक्षा कराने का इंतजार हो रहा है। दूसरी ओर इस बीच यूजेवीएनएल ने इंटरव्यू के आधार पर प्रमोशन को लेकर तारीख तय कर दी है। इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यूजेवीएनएल में 12 जनवरी को 17 पद पर प्रमोशन को 26 कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है। पहले 37 पदों पर प्रमोशन होने थे, जो घटा दिए गए हैं। कर्मचारी संगठनों ने इसे एक घपला करार दिया।
पिटकुल में पूर्व में प्रमोशन वरिष्ठता, अंकों और इंटरव्यू के आधार पर हुए। दसवीं के 15, इंटर के 20 और आईटीआई के 25 नम्बर और एक वर्ष की सेवा के एक नम्बर, इंटरव्यू के दस नम्बर तय किए गए। अब जो नियमावली शासन को भेजी गई है, उसमें यूपीसीएल की तरह लिखित परीक्षा कराने का नियम बनाया गया है। यूपीसीएल में टीजी टू से जेई पद पर प्रमोशन को लिखित परीक्षा होनी है। लिखित परीक्षा किसके जरिए कराई जाए, यही तय नहीं हो पा रहा। कभी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, तो कभी प्राविधिक परीक्षा परिषद को प्रस्ताव भेजने पर उधेड़बुन चल रही है।
संदीप सिंघल, एमडी यूजेवीएनएल के अनुसार निगम की नियमावली में इंटरव्यू की व्यवस्था है। इसी आधार पर इंटरव्यू हो रहे हैं। एक पद के सापेक्ष डेढ़ और दो पद पर तीन लोगों को इंटरव्यू को बुलाया जा रहा है। कर्मचारी संगठन के पक्ष को सुन लिया गया है। इंटरव्यू में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।

कामगार संगठन विरोध में उतरा
यूजेवीएनएल में प्रमोशन के लिए हो रहे इंटरव्यू के खिलाफ ऊर्जा कामगार संगठन ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि एक पद के सापेक्ष तीन लोग इंटरव्यू के लिए बुलाए जाने चाहिए। 17 पदों के लिए सिर्फ 26 को बुलाया जाना नियम विरुद्ध है। झूठी शिकायतों पर अन्य कर्मचारियों के प्रमोशन रोके जा रहे हैं। तीनों निगमों में प्रमोशन को लेकर भी एकसमान व्यवस्था बनाई जाए। किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

Exit mobile version