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उक्रांद संरक्षक काशी सिंह ऐरी के आप में शामिल होने की चर्चाओं से मची हलचल, आप ज्वाइन करने पर ऐरी का गोलमोल बयान, बोले, फिलहाल किसी से नहीं की बात, बाकि राजनीति में बात तो करनी ही पड़ती है, उक्रांद का बड़ा सियासी चेहरा हैं काशी सिंह ऐरी, कई बार रह चुके हैं विधायक 

उक्रांद संरक्षक काशी सिंह ऐरी के आप में शामिल होने की चर्चाओं से मची हलचल, आप ज्वाइन करने पर ऐरी का गोलमोल बयान, बोले, फिलहाल किसी से नहीं की बात, बाकि राजनीति में बात तो करनी ही पड़ती है, उक्रांद का बड़ा सियासी चेहरा हैं काशी सिंह ऐरी, कई बार रह चुके हैं विधायक

देहरादून।

सोशल मीडिया में उक्रांद नेता काशी सिंह ऐरी के जल्द आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने की खबरें चली, तो उक्रांद के भीतर खलबली मच गई। उत्तराखंड से दूर फरीदाबाद अपनी बेटी के घर पर काशी सिंह ऐरी के फोन घन घना उठे। इन फोन के जवाब में ऐरी के गोलमोल जवाबों ने अफवाहों को और हवा दे दी।
काशी सिंह ऐरी ने कहा कि कुछ लोग बात कर रहे होंगे, इसमें भी कोई दो राय नहीं है। लेकिन मेरी कोई बात नहीं हुई है। बात तो राजनीति में करनी ही पड़ती है। उससे तो इंकार नहीं किया जा सकता। जब बात होगी, वो बात क्या होगी, वो तो तब होगी, जब बात होगी, फिलहाल अभी कोई विचार नहीं है। अपनी बिटिया के घर में फरीदाबाद में हूं। इसीलिए हवा चल गई होगी। भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह सकता। आगे क्या होगा, ये देखा जाएगा। आप के लोग कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। अभी तक तो मैंने इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर कोई विधानसभा भी तय नहीं की है। अभी आम आदमी में आम खाने नहीं जा रहे हैं। जब आम पक जाएंगे और खाने जाएंगे, तो मीडिया को भी बता दिया जाएगा।
सूत्रों की माने तो उक्रांद के कुमाऊं से कई बड़े चेहरों के संपर्क में आम आदमी पार्टी के केंद्रीय नेता हैं। पिछले कुछ समय से आप ने गढ़वाल क्षेत्र में अपना दखल बढ़ाया है। इन नेताओं के जरिए आप कुमाऊं में हलचल पैदा करने की तैयारी में है। काशी सिंह ऐरी को लेकर उठी चर्चाओं को भी इसी हलचल से जोड़ कर देखा जा रहा है।

15 मई के अधिवेशन के बाद होंगे बड़े बदलाव
उक्रांद का 15 मई को प्रांतीय अधिवेशन होने जा रहा है। इस अधिवेशन में नये नेतृत्व से लेकर विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होनी है। इस बार पार्टी का एक बड़ा धड़ा नेतृत्व परिवर्तन की कोशिश में है। इस धड़े की तैयारी किसी नये युवा नेतृत्व को आगे लाने की है। ताकि उक्रांद को नये सिरे से मजबूती दी जा सके और पार्टी को 1994 के दौर में लौटाया जा सके। वर्ष 2002 में भी उक्रांद के विधानसभा में तीन सदस्य थे। जो अब शून्य की संख्या में पहुंच गए हैं।

पैर में मोच आने के कारण बेटी के घर फरीदाबाद में हूं। लोग इसी कारण चर्चा कर रहे होंगे। वैसे अभी आप के किसी नेता से बात नहीं हुई है। बाकि राजनीति में बातचीत हो हमेशा होती ही रहती है। भविष्य में क्या होगा, इस बार में कुछ कह नहीं सकता।
काशी सिंह ऐरी, संरक्षक उक्रांद

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