आखिर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से क्यों नाराज हो गए उत्तराखंड के बिजली कर्मचारी
देहरादून।
उत्तराखंड के सभी बिजली कर्मचारी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बेहद नाराज हैं। ये नाराजगी यूपी के पॉवर कारपोरेशन को निजी हाथों में देने को लेकर है। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने यूपी में बिजली कंपनियों के निजीकरण का कड़ा विरोध किया है। मोर्चा ने यूपी के मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में निजीकरण के फैसले को कर्मचारी और आम जन विरोधी करार दिया। मोर्चा संयोजक इंसारुल हक ने कहा कि यूपी सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के फैसले का बड़ा असर राज्य के किसानों, गरीबों पर पड़ेगा। सरकार को किसी भी सूरत में इस फैसले को लागू नहीं करना चाहि। पॉवर इंजीनियर एसोसिएशन के महासचिव मुकेश कुमार, पॉवर डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष जीएन कोठियाल, जेसी पंत ने कहा कि इस फैसले के खिलाफ पांच अक्तूबर को यूपी के बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार को उत्तराखंड के बिजली कर्मचारी पूरा समर्थन देंगे। सभी कर्मचारी काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराएंगे। उत्तराखंड ऊर्जा ऑफिसर सुपरवाइजर एंड स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष डीसी गुरुरानी ने कहा कि जिस भी राज्य में बिजली के निजीकरण का फैसला लिया गया, वो विफल साबित हुआ।