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कर्मकार बोर्ड में कई कामों की नजर नहीं आ रही मंजूरी, एजी के ऑडिट की शुरुआती पड़ताल में सामने आए कई सवाल, एजी ने बोर्ड से मांगे सवालों के जवाब

कर्मकार बोर्ड में कई कामों की नजर नहीं आ रही मंजूरी, एजी के ऑडिट की शुरुआती पड़ताल में सामने आए कई सवाल, एजी ने बोर्ड से मांगे सवालों के जवाब

देहरादून।

उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड में कई कामों की मंजूरी नजर नहीं आ रही है। एजी के ऑडिट की शुरुआती पड़ताल में कई सवाल सामने आए हैं। एजी ने बोर्ड से इन सवालों के जवाब मांगे हैं। उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के ऑडिट में एजी ने कई बिंदुओं पर सवाल उठाए हैं। खासतौर पर बोर्ड के कार्यों को लेकर ऑडिट के दौरान कई मंजूरियां नजर नहीं आईं। सामान वितरण की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए गए हैं। एजी ने ऑडिट कर कई आपत्तियां कर्मकार बोर्ड को भेज दी हैं। बोर्ड का जवाब आने पर एजी फाइनल रिपोर्ट देगा।
एजी ने लंबे समय तक कर्मकार बोर्ड का ऑडिट किया। ऑडिट के बाद एजी ने जो सवाल बोर्ड को भेजे हैं, उसमें कई मामलों में कार्यों की विधिवत मंजूरियों से जुड़े दस्तावेजों की जानकारी पूछी गई है। जो एजी को कई मामलों से जुड़ी फाइलों में नहीं मिली है। मसलन कई फैसले ऐसे लिए गए, जिनके लिए बोर्ड की मंजूरी नहीं ली गई। बोर्ड की नियमित बैठकें न होने के कारण मंजूरी की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। इसमें कोरोना के समय किए गए कार्य भी शामिल हैं।
इसी तरह एजी ने बोर्ड की ओर से सामान की खरीद प्रक्रिया से लेकर सामान वितरण की प्रक्रिया को लेकर भी सवाल किए हैं। इसमें खरीद प्रक्रिया से जुड़े टेंडर और वितरण के सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। बोर्ड को मिले सवालों की पुष्टि सचिव दीप्ति सिंह ने भी की है। अब बोर्ड इन सवालों के जवाब तैयार करने में जुटा है। सूत्रों की माने तो सवालों का जवाब तैयार करने में भी पसीने छूट रहे हैं।
दूसरी ओर कर्मकार कल्याण बोर्ड के खाते से 20 करोड़ रुपये ब्रिज एंड रूफ कंपनी के खाते में कैसे भेजे गए, इसकी जांच का जिम्मा आईएएस वी षणमुगम की अध्यक्षता वाली समिति को दिया गया है। इस समिति ने जांच शुरू कर दी है। समिति ने सभी दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया है। 20 करोड़ रुपये जारी करने में किस किस विभाग और किन किन अफसरों की भूमिका रही, इसकी पड़ताल की जाएगी। जांच के दायरे में बोर्ड, ईएसआई से लेकर शासन के अफसर भी हैं।

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