अटल आयुष्मान योजना में कर्मचारी परिषद ने मांगी एयर एंबुलेंस की सुविधा, विसंगतियों पर जताई नाराजगी, पेंशनर्स का प्रीमियम कम करने की मांग
देहरादून।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने अटल आयुष्मान योजना में सरकारी कर्मचारियों को गंभीर बीमारी पर तत्काल लाभ पहुंचाने को एयर एंबुलेंस सुविधा का लाभ देने की मांग की। परिषद की बैठक में योजना की विसंगतियों पर भी नाराजगी जताई गई।
बैठक में जिलाध्यक्ष चौधरी ओमवीर सिंह ने गंभीर बीमार कर्मचारियों के लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की। कहा कि एयर एंबुलेंस के जरिए गंभीर मरीजों को तत्काल हॉयर सेंटर भेजा जा सकेगा।
परिषद की बैठक में ठाकुर प्रहलाद सिंह ने कहा कि परिषद के लंबे दबाव के बाद अटल आयुष्मान योजना को शुरू किया गया है। इसमें तमाम खामियों को छोड़ दिया गया है। उन्होंने योजना के अध्यक्ष डीके कोटिया और सीईओ अरुणेंद्र सिंह चौहान को निशाने पर लिया। कहा कि प्रीमियम की दरों में बड़ी असमानता है। जो कटौती कार्यरत कर्मचारियों से की जा रही है, वहीं दर पेंशनर्स के लिए तय की गई है। जबकि वेतन और पेंशन में 50 प्रतिशत का अंतर रहता है। जो प्रीमियम 5400 ग्रेड पे वाले कर्मचारी के लिए तय किया गया है, वही द्वितीय श्रेणी अफसरों से की जा रही है। 6600 और 10500 तक सुपर क्लास वन श्रेणी के अधिकारियों से भी हो रही है। जो बड़ा भेदभाव है।
शक्तिप्रसाद भट्ट ने कहा कि कार्ड बनाने के लिए परिवार के सभी सदस्यों को कैंप में बुलाने की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। कर्मचारी, पेंशनर्स के नाम से कार्ड बनाया जाए। आधार कार्ड से विवरण दर्ज किया जाए। आश्रितों के बीमार, वृद्ध होने पर उन्हें अनावश्यक परेशान न किया जाए। कार्ड बनाने को भूतल पर ही व्यवस्था की जाए। नंदकिशोर त्रिपाठी ने कहा कि ओपीडी की सुविधा न दिया जाना, पूर्व में किए गए समझौते का उल्लंघन है। बैठक में अरुण पांडे, राकेश ममगाईं, सुनील देवली, बीएस रावत, गुड्डी मटूडा, रेनू लांबा, सुभाष शर्मा आदि मौजूद रहे।