पॉवर सेक्टर में डिप्लोमा इंजीनियरों से भेदभाव, निशाने पर मैनेजमेँट
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने डिप्लोमा इंजीनियर्स से भेदभाव का आरोप लगाया। नियमविरुद्ध तबादलों और प्रमोशन में देरी को लेकर मैनेजमेंट को निशाने पर लिया।
एसोसिएशन के महासचिव जेसी पंत ने तीनों निगमों के एमडी को भेजे ज्ञापन में आरोप लगाया कि जल विद्युत निगम में तैनाती, पदोन्नति के बाद दी जाने वाली तैनाती के मानक का उल्लंघन किया जा रहा है। चंद इंजीनियरों को पहली तैनाती से लेकर पदोन्नति के बाद भी लगातार सुगम में ही तैनाती दी जा रही है। कुछ इंजीनियरों को मुख्यालय से कभी बाहर तक नहीं निकाला गया है। दुर्गम में तैनात इंजीनियर सालों से वहीं तैनात हैं। ऐसे में तत्काल पारदर्शी ट्रांसफर पॉलिसी तैयार की जाए। ताकि दोहरे मापदंड समाप्त हों। कहा कि एसोसिएशन के महासचिव पवन रावत का तबादला आंदोलन के दौरान पिथौरागढ़ कर दिया गया है। उनकी तैनाती देहरादून की जाए। पदोन्नति समय पर की जाएं। इंजीनियरों की वरिष्ठता सूची का विवाद बता कर प्रमोशन रोक दिए गए हैं। न जेई से एई और न ही एई से एक्सईएन पद पर प्रमोशन हो रहे हैं। यूजेवीएनएल में जेई और जेई से एई बने इंजीनियरों के साथ पक्षपात हो रहा है। डिग्री और डिप्लोमा में अंतर बंद किया जाए।