तीरथ रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह ने दिखाया अपना असर, कोटद्वार के लिए मंजूर कराया मेडिकल कालेज, त्रिवेंद्र रावत सरकार में इसी मेडिकल कालेज को लेकर खड़ा हुआ था बड़ा विवाद, कैबिनेट ने उसी ब्रिज एंड रूफ कंपनी को सौंपा काम, जिससे वसूले गए थे 20 करोड़
देहरादून।
कोटद्वार मेडिकल कालेज मंजूर करा कर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने तीरथ रावत सरकार में अपनी ताकत और असर को साबित किया। इसी मेडिकल कालेज को लेकर पूर्व की त्रिवेंद्र रावत सरकार में बड़ा विवाद खड़ा हुआ था। कैबिनेट ने न सिर्फ मेडिकल कालेज को मंजूरी दी, बल्कि निर्माण का जिम्मा भी उसी कंपनी को दिया, जिससे पूर्व में 20 करोड़ रुपये वसूले गए थे।
पूर्व में नियम विरुद्ध मेडिकल कालेज निर्माण को ब्रिज एंड रूफ कंपनी को उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने 20 करोड़ रुपये जारी किए थे। बाद में इस प्रकरण में जांच बैठने पर 20 करोड़ लौटाने पड़े थे। बिना शासन, कैबिनेट से मेडिकल कालेज मंजूर कराए ही सीधे ही कार्यदायी संस्था को बजट जारी कर दिया गया था।
बजट भी ईएसआई को देने की बजाय कार्यदायी संस्था को दिया गया। जबकि मेडिकल कालेज निर्माण को न तो वित्त की मंजूरी मिली थी। न ईएफसी, टीएसी हुई थी। इस प्रकरण की जांच आईएएस वी षणमुगम की अध्यक्षता वाली समिति ने की थी। कई अफसरों पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इन तमाम विवादों के बावजूद तीरथ रावत सरकार की दूसरी कैबिनेट में ही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट कोटद्वार मेडिकल कालेज को मंजूरी मिल गई है। इसे तीरथ रावत सरकार में हरक सिंह के असर के रूप में देखा जा रहा है। हरक हाल ही में तीरथ रावत के लिए कोटद्वार सीट छोड़ने तक की पेशकश कर चुके हैं।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कोटद्वार मेडिकल कालेज मंजूर किए जाने पर सीएम तीरथ सिंह रावत कैबिनेट का आभार जताया। कहा कि इस मेडिकल कालेज के बनने से पौड़ी समेत बिजनौर के लोगों को बड़ा लाभ होगा। हेल्थ सिस्टम मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने मेडिकल कालेज निर्माण को एक करोड़ टोकन मनी देने के साथ ही कंटीजेंसी से 50 करोड़ रुपये भी मंजूर किए हैं। इसके लिए वे सीएम तीरथ रावत के विशेष आभारी हैं।