मिनिस्टीरियल कर्मचारी नये चरण आंदोलन की तैयारी में, पहले चरण में 31 मार्च तक काली पट्टी बांध जताया आक्रोश, दूसरे चरण में कार्य बहिष्कार
देहरादून।
उत्तरांचल फेडरेशनऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन का कटौती के खिलाफ चलाया जा रहा, पहले चरण का आंदोलन समाप्त हो गया है। अब पांच अप्रैल से दो घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू होगा।
उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रांतीय मीडिया प्रवक्ता और जिलाध्यक्ष देहरादून पंचम सिंह बिष्ट ने बताया कि सरकार जब तक मिनिस्टीरियल कर्मियों से 10, 16, 26 वर्ष पर दिए गए एसीपी और एमएसीपी के लाभ की वसूली के आदेश वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन के दूसरे चरण में प्रदेश भर के कर्मचारी पांच से 8 अप्रैल तक हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर कर पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करेंगे। कार्य बहिष्कार के दौरान गेट मीटिंग एवं जन जागरण अभियान चलाएंगे।
उन्होंने प्रदेश भर के मिनिस्टीरियल कर्मचारियों से आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। 12 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करके जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। 13 अप्रैल को प्रांतीय बैठक में अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने शासन के पहले वार्ता को बुलाने और ऐन वक्त पर वार्ता स्थगित करने के फैसले पर भी रोष जताया।
उन्होंने कहा कि एसीपी एवं एमएसीपी के लाभ जिन करीब 5000 पेंशनर कर्मचारी तथा 5000 कार्यरत कर्मचारी को मिल रहे थे, उनसे कटौती बर्दाश्त नहीं होगी। भविष्य में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों से भी कटौती नहीं होने दी जाएगी। कहा कि आज भी प्रदेश में करीब 500 से अधिक कर्मचारियों के पेंशन के प्रकरण लटके हुए हैं। दो तीन महीने से पेंशन तक नहीं मिल रही है।