आईएमपीएल मोहान के निजीकरण का विरोध, कर्मचारियों के समर्थन में उतरे पूर्व सीएम हरीश, रखा मौन उपवास, रिजॉर्ट के लिए फैक्ट्री उजाड़ने का आरोप
आईएमपीएल मोहान के निजीकरण का पूर्व सीएम हरीश रावत ने विरोध किया। कर्मचारियों के समर्थन में उतरते हुए पूर्व सीएम हरीश ने एक घंटे का मौन उपवास रखा। उन्होंने रिजॉर्ट के लिए फैक्ट्री उजाड़ने का आरोप लगाया।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने आईएमपीसीएल मोहान कंपनी को प्राइवेट हाथों में न दिए जाने को लेकर मौन उपवास रखा। मौन व्रत के बाद कहा कि ये कंपनी उत्तराखंड के विकास के बुनियादी वर्षों में लगी हुई एक पब्लिक सेक्टर की इकाई है। यहां यूनानी दवाई बनती हैं। इस नामी कंपनी के निजीकरण के खिलाफ मैने सांकेतिक एक घंटे का मौन उपवास रखा है।
कहा कि यूनानी दवाईयों के क्षेत्र में ये छोटी सी कंपनी लगातार लाभ कमा रही है। हजारों लोगों को लाभ पहुंचा रही है। बड़ी संख्या में नौजवानों को घर के पास रोजगार दे रही है। कई लोगों की गिद्द दृष्टि पहले से ही इस भूमि पर हैं। वो इस भूमि को ले लेना चाहते हैं। ताकि बाद में इस भूमि को रिजॉर्ट में बदला जा सके। उन्हें लाभ हो सकता है, लेकिन पब्लिक सेक्टर के क्षेत्र में यूनानी दवाईयां बनाकर उत्तराखंड के नाम को देश और दुनिया में अपना नाम फैला रही इस कंपनी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। ये संघर्ष अकेले यहां काम करने वाले कामगारों का संघर्ष नहीं है, बल्कि सभी का संघर्ष है। इसके खिलाफ सभी एकजुट कामगारों के साथ वे खड़े हैं।