आपदा एक्ट में सरकार करे रामदेव के खिलाफ कार्रवाई, रामदेव पर राज्य व केंद्र सरकार के मौन पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
देहरादून।
कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सवाल किया है कि आखिरकार आपदा एक्ट में बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई कब होगी। कोरोना में अपनी जान पर खेल कर जिन डॉक्टरों ने लोगों की जान बचाई, उन पर अभद्र टिप्पणियां की जा रही है। जबकि कई डॉक्टर अपनी जान गंवा तक चुके हैं।
धस्माना ने आरोप लगाया कि संघ परिवार और पीएम नरेंद्र मोदी की सह और संरक्षण के कारण आज रामदेव का इतना साहस बढ़ गया है कि वो सारे देश के संविधान और कानून से बड़ा अपने आप को समझने लगे हैं। खुले आम सोशल मीडिया में चुनौती दे रहे हैं कि कोई उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकता है। कहा कि रासमदेव ने पिछले वर्ष बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर के कोरोना की दवा के रूप में कोरोनिल नाम से दवा की लॉन्चिंग की व दावा किया कि इसका क्लिनिकल परीक्षण हुआ। बाद में जब भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस दिया तो वे अपने दावों से मुकर गए। कोरोनिल को इम्युनिटी बूस्टर कहने लगे। बाद में अपने प्रभाव इस्तेमाल करते हुए उस दवा को बेचने की अनुमति भी सरकार से प्राप्त कर ली। धस्माना ने कहा कि तब भी भारत सरकार व स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोई कार्यवाही रामदेव के खिलाफ करना तो दूर उस दवा को बेचने की खुली छूट रामदेव को दे दी ।
कहा कि आज जब पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से परेशान व डरा हुआ है, ऐसे में रामदेव अपने निजी लाभ के लिए न केवल एलोपैथी व विज्ञान पर हमला कर रहे हैं, बल्कि इसी बहाने अपने चूरण को बेचने का प्रचार भी कर रहे हैं।