देवस्थानम बोर्ड पर बैठक में कोई ठोस निर्णय न लिए जाने से चार धाम के तीर्थ पुरोहितों एवं हकहकूकधारियों में खासी नाराजगी
देहरादून।
देवस्थानम बोर्ड पर बैठक में कोई ठोस निर्णय न लिए जाने से चार धाम केतीर्थ पुरोहितों एवं हकहकूकधारियों में खासी नाराजगी है। देवभूमि तीर्थ पुरोहित हकहकूकधारी महापंचायत ने राज्य सरकार पर मामले को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र के दबाव में राज्य सरकार देवस्थानम एक्ट पर पुनर्विचार से बच रही है। महापंचायत अब चारों धामों के अलावा राज्य भर में आंदोलन को गति देगी।
प्रेस को जारी बयान में महापंचायत के प्रवक्ता डॉ बृजेश सती ने कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में देवस्थानम बोर्ड की बैठक केवल औपचारिक रही। इसमें कोई ठोस निर्णय न लिया जाने से जाहिर होता है कि सरकार दोहरा मापदंड अपना रही है। प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से सरकार का इस पूरे प्रकरण में रूख रहा रहा ,उससे केंद्र की भूमिका दबाव से इंकार नहीं किया जा सकता। महापंचायत के प्रवक्ता ने कहा कि अब देवस्थान के विरोध में आंदोलन को उग्र किया जाएगा। आगामी 23 जुलाई को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसमें तीर्थ पुरोहितों हक हकूकधारियों के अलावा होटल व्यवसायियों व जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा।