मांगे पूरी होने तक आईटीआई कर्मचारियों का आंदोलन रहेगा जारी, उत्तराखण्ड राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ की बैठक
देहरादून।
उत्तराखंड राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी की बैठक में तय हुआ कि आंदोलन जारी रहेगा। जब तक सभी मांगों का निस्तारण नहीं होता, आंदोलन कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
संघ के पदाधिकारियों ने एकमत होकर वर्तमान में चल रहे आन्दोलन को यथावत जारी रखने हेतु प्रान्तीय नेतृत्व का आह्वान किया गया। संघ के पदाधिकारियों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। प्रान्तीय अध्यक्ष आरपी जोशी ने संघ के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणीं सदस्यों को आश्वस्त किया गया, कि मांगों के पूर्ण होने से पहले आन्दोलन को किसी भी स्थिति में वापस नहीं लिया जाएगा। काली पट्टी लगाकर सांकेतिक विरोध यथावत जारी रहेगा। प्रान्तीय अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में संस्थानों के बंद होने के कारण ही सांकेतिक विरोध का निर्णय लिया गया है। यदि जल्द मांग नहीं मानी जाती अथवा अन्य संवर्गों की लंबित पदोन्नति भी जल्द पूर्ण नहीं होती है, तो संस्थान खुलते ही प्रशिक्षण कार्य को भी बाधित किया जा सकता है।
प्रान्तीय महामंत्री पकंज सनवाल ने सरकार, शासन व विभाग से मांग करते हुए कहा कि पदोन्नति प्रकरणों सहित अन्य प्रकरणों का भी त्वरित समाधान किया जाए। ऐसा न होने पर भविष्य में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया और परीक्षा कार्यक्रमों में अनुदेशक, कार्यदेशक एवं भंडारी संवर्ग के किसी भी कार्मिक द्वारा किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया जाएगा। प्रवेश व परीक्षा कार्यक्रम जारी होते ही संघ के आन्दोलन का अगला चरण भी घोषित कर दिया जाएगा। बैठक में पीके जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओपी उनियाल, प्रचार मंत्री मोहित चौहान आदि मौजूद रहे।
संघ की मांगें
- अनुदेशक, कार्यदेशक संवर्ग की पदोन्नति जल्द की जाए
- 100 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति सहित कार्यदेशक सेवा नियमावली बनाई जाए
- विभागीय ढांचा बनाया जाए
- निदेशालय की कार्य़प्रणाली में सुधार लाया जाय, अक्षम अधिकारियों को हटाया जाए
- अनुदेशक एवं कार्यदेशक का पदनाम परिवर्तित कर प्रशिक्षण अधिकारी व वरिष्ठ प्रशिक्षण अधिकारी किया जाए