हरक बोले मुझसे श्रम विभाग हटा लो, कर्मकार कल्याण बोर्ड में चल रही खींचतान असल वजह, तीनों सीएम को बता चुका हूं कि मुझसे श्रम विभाग हटाया जाए
देहरादून।
श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा है कि उनसे श्रम विभाग हटा लिया जाए। ऐसा उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिल कर कहा। इससे पहले यही बात वो दो पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत व तीरथ रावत से भी कह चुके हैं। उन्होंने इशारों में श्रम विभाग का पूरा जिम्मा कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को देने की भी बात कही।
मीडिया से बातचीत में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने दिल का गुबार बाहर निकाला। कहा कि उनसे श्रम विभाग हटा लिया जाए। इसके लिए वे परसों ही मुख्यमंत्री को कहा चुके हैं कि उनसे ये जिम्मेदारी वापस ले ली जाए। इससे पहले भी उन्होंने दो पूर्व सीएम को उनसे श्रम मंत्री की जिम्मेदारी वापस लेने की मांग की थी। कहा कि यदि सरकार को लग सकता है कि कोई व्यक्ति मुझसे अधिक योग्य है और श्रम विभाग बेहतर तरीके से चला सकता है, तो उसे श्रम विभाग की पूरी जिम्मेदारी दे दी जाए।
ये तंज श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के लिए कसा। दोनों के बीच लंबे समय से टशन चली आ रही है। दरअसर सत्याल पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के करीबी हैं। श्रम मंत्री हरक सिंह रावत को हटा कर ही बोर्ड अध्यक्ष सत्याल को बनाया गया था। हटाने से पहले बतौर श्रम मंत्री हरक सिंह रावत से पूछा तक नहीं गया था। उन्हें भी अपने हटाए जाने की जानकारी मीडिया की खबरों से मिली थी। तब से ही कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर खींचतान जारी है।
त्रिवेंद्र रावत के सीएम पद से हटते ही शासन, सरकार कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर न्यूट्रल मोड में आ गई है। मंत्री हरक सिंह बोर्ड अध्यक्ष पद के पद शमशेर सिंह सत्याल की मौजूदगी को हजम नहीं कर पा रहे हैं। बोर्ड सचिव पद से श्रमायुक्त दीप्ति सिंह को हटा कर उप श्रमायुक्त मधु नेगी चौहान की नियुक्ति करवा कर श्रम मंत्री ने सत्याल को झटका दिया था। तब से बोर्ड अध्यक्ष और सचिव के बीच छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। दोनों ने ही एक दूसरे की शिकायतें शासन में की हैं। हालांकि शासन ने खामोशी ओड़ी हुई है। इस बीच श्रम मंत्री के इस बयान ने माहौल को फिर गर्म कर दिया है।