चावल घोटाले की जांच का जिम्मा आरएफसी कुमाऊं को
खाद्य विभाग ने शुरू की वित्त विभाग की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर जांच
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
चावल घोटाले की खाद्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। आरएफसी कुमाऊं से वित्त विभाग की ऑडिट जांच में आए बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गई है। खाद्य सचिव सुशील कुमार ने कहा कि इस मामले में आरएफसी-कुमाऊं से रिपोर्ट मांगी गई है। आरएफसी को ऑडिट रिपोर्ट का अध्ययन कर संस्तुतियां देने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई होगी। विभागीय स्तर पर जांच शुरू होने से खाद्य विभाग में भी खासी बेचैनी है। वर्ष 2017 यह मामला सामने पर पर दोनों मंडलों के कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर तबादले हुए थे।
ये है पूरा प्रकरण
वर्ष 2015-16 और वर्ष 2016-17 के दौरान धान खरीदारी, धान से चावल बनाने के लिए मिलिंग, पैकिंग और इस चावल की गोदामों तक सप्लाई पर सवाल उठे थे। यूएसनगर के तत्कालीन डीएम नीरज खैरवाल की प्रांरंभिक जांच में अनियमितताओं का खुलासा हुआ था। स्पेशल ऑडिट के दौरान अधिकारियों ने पाया इन दो साल में धान और चावल खरीद में बड़े पैमाने पर नियमों को उल्लंघन किया गया। पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि घपला 600 करोड़ रुपये तक हो सकता है। लेकिन ऑडिट जांच में यह 50 करोड़ रुपये से नीचे नीचे ही माना जा रहा है। हालांकि अभी इसमें विभागीय परीक्षण भी होना है। वास्तविक घपले की तस्वीर तभी सामने आ पाएगी।