अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अफसरों पर हो कार्रवाई: कापड़ी, कांग्रेस ने आयोग के अफसरों की भूमिका पर उठाए सवाल, एमपी, यूपी की दागी एजेंसी को काम देने पर अफसरों को घेरा
भर्ती घपले को लेकर कांग्रेस ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए। उपनेता सदन भुवन कापड़ी ने आयोग के अफसरों पर कार्रवाई की मांग की। कहा कि एमपी, यूपी की दागी एजेंसी को काम देने वाले अफसरों की भी जांच हो। एजेंसी को ब्लैक लिस्ट किया जाए। घपले के असल दोषी बड़े मगरमच्छों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
भुवन कापड़ी ने कहा कि उन्होंने सदन में आयोग की गड़बड़ियों का सिलसिलेवार तरीके से खुलासा किया था। आयोग को भंग किए जाने की मांग की थी। अब भाजपा नेता और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत भी यही बात कह रहे हैं। इस पूरे मामले में अभी तक उन अफसरों से कोई सवाल जवाब नहीं हो रहा है, जिन पर पूरी परीक्षा कराने की जिम्मेदारी है। इन अफसरों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। क्यों ऐसी एजेंसी को काम दिया गया, जिसके खिलाफ मध्य प्रदेश से लेकर लखनऊ गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज है।
कहा कि अभी जांच के नाम पर सिर्फ छोटी मछलियों को ही पकड़ा गया है। जबकि असल मगरमच्छ अभी बाहर हैं। इस पूरे मामले में जल्द बड़ी कार्रवाई की जाए। आयोग को तत्काल भंग किया जाए। ताकि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके। इसी आयोग पर पुलिस भर्ती का भी जिम्मा है। पुलिस भर्ती को लेकर भी शिकायतें सामने आ रही हैं।
सफेदपोशों पर भी हो कार्रवाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भर्तियों के घपले को लेकर एक पूरा कॉकस काम कर रहा है। एक ही परिवार के तीन लोगों का चयन हो जाता है। इस मामले में तत्काल बड़े अफसरों पर भी कार्रवाई की जाए। साथ ही घपले से जुड़े सफेदपोशों पर भी कार्रवाई की जाए। उत्तराखंड में भाजपा सरकार आने के बाद हर भर्ती में घपले हो रहे हैं।