सीएम पुष्कर धामी का अफसरों को दो टूक संदेश, आम लोगों के कामों को न अटकाएं, बल्कि उनके समाधान का करें प्रयास, ऋण के आवेदनों पर पेंच न फंसाए बैंक
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार का फोकस सरलीकरण, समाधान, निस्तारण पर है। ऐसे में अफसर न कहने की बजाय बेहतर होगा कि समाधान बताएं। क्योंकि किसी अफसर के एक साइन से एक आम आदमी की जिंदगी बदल सकती है। विभाग आम आदमी तक योजना की सही तरीके से जानकारी पहुंचाएं। लाभ सुनिश्चित कराएं। हर समस्या का समाधान कराएं। पीएम स्वयं हर तीन महीने में योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। कहा कि उत्तराखंड के नवनिर्माण में सहकारिता मील का पत्थर साबित होगा। पिछड़ों को आगे लाने का काम कर सकता है। घस्यारी कल्याण योजना से भी क्रांतिकारी बदलाव होंगे। जो भी शख्स अपने गांव को बदल सकता है, उसे सहकारिता से जोड़ा जाए।
युवाओं को स्वरोजगार के लिए बैंकों से मिलने वाली ऋण की प्रक्रिया पर भी सीएम ने सख्त नाराजगी जताई। कहा कि एक कदम आगे बढ़ने के बाद पीछे मुड कर भी देखना होगा। कहीं कोई कमी तो नहीं रह गई है। कहा कि ऋण लेने को आवेदन करने वाले से इतनी औपचारिकताएं पूरी कराई जाती हैं कि लोग परेशान हो जाते हैं। युवा बेवजह की औपचारिकताओं से परेशान होकर कोई छोटी मोटी नौकरी करना ज्यादा बेहतर समझने लगता है। इसका समाधान किया जाए। कहा कि एसएलबीसी की बैठक में इसका समाधान निकाला जाएगा।