दूसरे की गलती का लाखों में खामियाजा भुगतेंगे सचिवालय कर्मचारी
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
सचिवालय के निजी सचिवों को गलत वेतन निर्धारण करने वालों की गलती का खामियाजा लाखों रुपये की चपत के साथ भुगतना होगा। गलत एसीपी निर्धारण होने से सचिवालय के निजी सचिवों की पेंशन से पांच से छह लाख रुपये की वसूली होगी। इस कार्रवाई की जद में कई सेवानिवृत्त हो चुके निजी सचिव भी आएंगे।सचिवालय में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को राज्य गठन के बाद संबंद्ध किया गया था। वर्ष 2002 से 2004 के बीच इनका संविलयन अपर निजी सचिव संवर्ग में हुआ। इस बीच ये कर्मचारी कई प्रमोशन भी पा चुके हैं। विशेष ऑडिट में सामने आया कि 35 कर्मचारियों के एसीपी गलत तरीके से तय किए गए। अब उनसे वसूली प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पांच से छह लाख रुपये तक की वसूली होगी। एरियर के रूप में मिली इस रकम पर कर्मचारी एक से डेढ़ लाख का इनकम टैक्स भी कटवा चुके हैं। अब इनकम टैक्स की ये रकम कैसे वापस होगी, ये कर्मचारियों को समझ नहीं आ रहा है। कई रिटायर पेंशनर्स का कहना है कि उन्होंने जिस दिन ज्वाइन किया, उस तारीख को गलत निर्धारित किया गया है। इसकी शिकायत पूर्व में भी सचिवालय प्रशासन से की जा चुकी है। सचिवालय निजी सचिव संवर्ग के महासचिव गौरव सेमवाल ने बताया कि एसीपी का गलत निर्धारण कर्मचारियों ने नहीं बल्कि विभागों ने किया था। इसका तब ही परीक्षण कराया जाना चाहिए था। जो एरियर दिया गया उस पर इनकम टैक्स भी लगा है, ऐसे में टैक्स की राशि को कैसे वसूला जाएगा। एसोसिएशन इस मसले पर सचिवालय प्रशासन के अफसरों से भेंट करेगा।