कर्मकार बोर्ड में 15 करोड़ के भुगतान पर रोक, बोर्ड अध्यक्ष ने भुगतान से पहले जांच के दिए निर्देश
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने 15 करोड़ के भुगतान पर रोक लगा दी है। अध्यक्ष ने बैंकों को भुगतान न करने के निर्देश दिए। साफ किया कि जब तक खरीद फरोख्त से जुड़े प्रकरण की जांच पड़ताल पूरी नहीं हो जाती, भुगतान नहीं होगा।
अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल की जानकारी में लाए बिना बोर्ड में 15 करोड़ के भुगतान करने को चेक काट दिए गए थे। अध्यक्ष ने 21 अक्तूबर को कार्यभार ग्रहण किया था। इसेक बाद ही 15 करोड़ के भुगतान हुए। कंपनियां इससे पहले की भुगतान को चेक से भुगतान कर पातीं, उससे पहले ही भुगतान रुकवा दिया गया है। अध्यक्ष ने साफ किया कि सबसे पहले ये देखा जाएगा कि 15 करोड़ का भुगतान किन मामलों में किया जा रहा था। क्या क्या सामान खरीदा गया। उसका कहां किस रूप में इस्तेमाल हुआ। सामान असल लाभार्थियों तक पहुंचा भी या नहीं, इसका भी ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
बोर्ड की गायब फाइलें मिलीं
देहरादून। बोर्ड की कई फाइलों को पहले गायब बताया जा रहा था। नए अध्यक्ष को फाइलों की जानकारी नहीं दी जा रही थी। यही कहा जा रहा था कि फाइलें श्रम मंत्री कार्यालय में हैं। सोमवार को श्रम मंत्री ने साफ किया कि उनके कार्यालय में फाइल नहीं हैं। इस पर मंगलवार को अचानक बोर्ड कर्मचारियों ने अध्यक्ष को जानकारी दी कि अधिकतर फाइलें बोर्ड कार्यालय में ही मिल गई हैं।
फाइलों की पड़ताल हुई तेज
देहरादून। अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने बताया कि फाइलें मिल गई हैं। सचिव दीप्ति सिंह को सभी फाइलों की पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं। भुगतान समेत छात्रवृत्ति, पेंशन, श्रमिकों के अन्य लाभों से जुड़े मामलों की पड़ताल होगी।
जल्द सामने आएगा नया बोर्ड
देहरादून। उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के भी नये सिरे से गठन की तैयारी तेज हो गई हैं। बोर्ड सदस्यों को जल्द नामित किया जाएगा। मनोनयन के बाद बोर्ड की बैठक होगी। दिवाली से पहले बोर्ड बैठक की तैयारी है।