ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के प्रोजेक्ट की बाधाओं को जल्द किया जाए दूर, मुख्य सचिव ने विभागों को पानी, बिजली की लाइनों को शिफ्ट करने के दिए निर्देश
देहरादून।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई रेल लाइन परियोजना के सम्बन्ध में रेल विकास निगम लिमिटेड और शासन के मध्य बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कहा कि रेल लाइन प्रोजेक्ट के क्षतिपूर्ति संवितरण कार्य को शीघ्र पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने प्रोजेक्ट एरिया को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किए जाने हेतु सम्बन्धित जिलाधिकारियों को शीघ्र कार्यवाही किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने पिटकुल को ऋषिकेश, रानीहाट (श्रीनगर) एवं सिवाई (कर्णप्रयाग) में 132 केवी की नई डेडीकेटेड विद्युत लाइन शीघ्र स्थापित करने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने यूपीसीएल को भी हाई टेंशन और लो टेंशन लाइन को भी शीघ्र स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। साथ ही, ऋषिकेश एवं गौचर के मध्य विभिन्न स्थानों पर 33 केवी नये विद्युत कनेक्शन दिए जाने के कार्य को शीघ्र पूर्ण किए जाने की बात कही। उन्होंने जलसंस्थान एवं लघु सिंचाई विभाग को पानी की पाइप लाइन एवं वाटर लिफ्ट पम्प को भी शीघ्र स्थानांतरित किए जाने हेतु निर्देश दिए।
इससे पूर्व मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने चारधाम यात्रा मार्ग से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों से परियोजना की प्रगति की जानकारी ली। मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा मार्ग प्रभावितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किया जाए। मुख्य सचिव ने सम्बन्धित जिलाधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्ग की सभी स्टेजेस का कार्य निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता को विशेष ध्यान रखा जाए। इस अवसर पर सचिव श्री शैलेश बगोली, आयुक्त गढ़वाल श्री रविनाथ रमन, आयुक्त कुमाऊँ श्री अरविंद सिंह ह्यांकी सचिव श्री सुशील कुमार, मुख्य परियोजना प्रबन्धक रेल विकास निगम लिमिटेड श्री हिमांशु बडोनी सहित सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी एवं सम्बन्धित विभागों से उच्चाधिकारी उपस्थित थे।