जानकी सेतु तैयार, 10 नवम्बर को उद्घाटन, लंबे समय से किया जा रहा है इंतजार
ऋषिकेश।
मुनिकीरेती-स्वर्गाश्रम को जोड़ने वाला ऐतिहासिक पुल जानकी सेतु 10 नवंबर को आम जनता के लिए खुल जाएगा। तीन दिन बाद पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए खुलने वाले पुल का शुक्रवार को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने पूर्णानंद मुनिकीरेती में निरीक्षण किया। साथ ही काबीना मंत्री ने नरेंद्रनगर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर निमार्णाधीन आस्थापथ का निरीक्षण किया।
शुक्रवार को काबीना मंत्री ने कहा कि जानकीसेतु तीर्थनगरी का ऐतिहासिक पुल है। पुल का शुभारंभ पहले राज्य स्थापना दिवस के दिन 9 नवंबर को होना था। लेकिन राजकीय और अन्य कार्यों की व्यवस्थता के चलते पुल का लोकार्पण 10 नवंबर को होगा। इस मौके पर लोनिवि के अधिशासी अभियंता मोहम्मद आरिफ खान, नरेंद्रनगर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता कमल पंत, नगर पालिका मुनिकीरेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, सभासद सुभाष चौहान, सचिन रस्तोगी, राकेश सेंगर, रोहित गोडियाल आदि शामिल थे।
2014 में शुरू हुआ था पुल का निर्माण ऋषिकेश। टिहरी जिले के मुनिकीरेती और पौड़ी जिले के स्वर्गाश्रम सीमा को जोड़ने वाले जानकीसेतु का निर्माण वर्ष 2014 से शुरू हुआ था। लोक निर्माण विभाग खंड नरेंद्रनगर की ओर से पुल का निर्माण कार्य किया गया। 364 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य के लिए लगभग 49 करोड़ का बजट खर्च हुआ है। जानकी सेतु के तीन हिस्से किए हुए हैं, दो हिस्सों में दुपहिया वाहनों की आवाजाही और एक हिस्से में पैदल राहगीरों और पर्यटकों की आवाजाही होगी।