श्रमिकों के पंजीकरण की जांच में खुलेगी असल कलई, ढाई साल में श्रमिकों की संख्या पहुंची सवा दो लाख से साढ़े चार लाख
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत मजदूरों की संख्या की भी गहन पड़ताल होगी। ढाई साल में भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों की संख्या सवा दो लाख से बढ़ कर साढ़े चार लाख पहुंच गई है। इस बढ़े हुए सवा दो लाख श्रमिकों में कितने गैर श्रमिक गलत तरीके से पंजीकृत हुए हैं, इसकी विशेष जांच होगी।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड पर लंबे समय से श्रमिकों के पंजीकरण में गड़बड़ी के आरोप लगते रहे। जिन लोगों का भवन निर्माण से कोई मतलब नहीं रहा, उनके भी पंजीकरण की शिकायतें आती रहीं। प्रभावशाली लोगों की सिफारिश पर ही पंजीकरण के आरोप लगे। आपके प्रिय समाचार पत्र हिंदुस्तान ने भी जब पिछले महीने पड़ताल कराई, तो तमाम गड़बड़ियां सामने आईं। बोर्ड प्रबंधन पर हमेशा इन गड़बड़ियों की जांच पड़ताल कराने की बजाय शह देने के आरोप लगते रहे।
नये बोर्ड गठन के बाद अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने साफ किया कि ये बोर्ड सिर्फ और सिर्फ भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों के लिए ही है। ऐसे में इस बोर्ड की योजनाओं का लाभ भी सिर्फ भवन निर्माण श्रमिकों को ही मिल सकता है। बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों की जांच कराई जाएगी। श्रमिक कार्ड किन दस्तावेजों के आधार पर बने, उनकी भी पड़ताल होगी।