शासन के झूठे आश्वानों पर कर्मचारियों ने जताया एतराज, उत्तरांचल फैडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने एसीएस कार्मिक को याद दिलाया 27 जुलाई का वादा
देहरादून।
उत्तरांचल फैडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने शासन के साथ हुई वार्ता में मिले आश्वासनों के पूरे न होने पर एतराज जताया। एसीएस कार्मिक को सौंपे पत्र में साफ किया कि एक मांग को भी पूरा नहीं किया गया है। जबकि अधिकतर मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति का समय 25 वर्ष से घटा कर 22 वर्ष किए जाने की मांग की गई थी।
एसोसिएशन के महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल ने कहा कि मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पद पर पदोन्नति का समय न घटाए जाने के कारण कर्मचारी बिना पदोन्नति के ही रिटायर हो रहे हैं। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कर्तव्य व दायित्व पद की गरिमा के अनुरूप निर्धारित किए जाएं। कनिष्ठ सहायक की शैक्षिक योग्यता स्नातक करने, पदोन्नति में जरूरी सेवा में शिथिलिकरण का लाभ दिया जाए। पदोन्नति को कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय प्रवष्टि में अति उत्तम की अनिवार्यता को समाप्त कर उत्तम श्रेणी किया जाए। प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी के पद पर ग्रेड वेतन 6600 रुपये किया जाए। अभिलेख अनुरक्षण भत्ता मंजूर किया जाए।
कर्मचारियों को अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में यू हेल्थ कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। पुरानी पेंशन बहाली सुनिश्चित की जाए। मिनीस्टीरियल संवर्ग में अतिरिक्त पदों को सृजित किया जाए। इन पदों पर आउटसोर्स से भर्ती न हो। मिनिस्टीरियल संवर्ग से अन्य पदों पर प्रमोशन कोटा 50 प्रतिशत बढ़ाया जाए। रिटायरमेंट के अंतिम वर्ष में ऐच्छिक मुख्यालय पर स्थानान्तरण की सुविधा दी जाए। तबादला एक्ट में मान्यता प्राप्त संघों अध्यक्ष, महामंत्री का दो वर्ष तबादला न किया जाए। एसोसिएशन ने शिक्षकों की तरह मिनिस्टीरियल कर्मचारियों को शिक्षकों की भांति पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग की। ताकि कर्मचारियों का मनोबल बढ़ सके।