स्वजल कर्मचारियों को आठ महीने से वेतन नहीं, शासन के नये आदेश से और बढ़ी दिक्कत, उपनल की मौजूदा व्यवस्था के अनुसार वेतन भुगतान का विरोध, कर्मचारियों से ही उल्टा रिकवरी का खतरा
देहरादून।
स्वजल के 304 कर्मचारियों को आठ महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन भुगतान को लेकर शासन की ओर से आदेश कर दिए गए हैं। जो आदेश हुए हैं, उससे असमंजस और अधिक बढ़ गया है। आदेश में उपनल कर्मचारियों को उपनल की मौजूदा व्यवस्था के अनुरूप ही वेतन भुगतान के आदेश किए गए हैं। इस आदेश के अनुसार कर्मचारियों पर रिकवरी का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि स्वजल के उपनल कर्मचारियों को पदों के अनुसार पूरा वेतन मिलता है।
स्वजल कर्मचारियों के पदों को 31 अगस्त 2019 से सेवा विस्तार नहीं मिला है। वेतन भुगतान मार्च से अभी तक नहीं हुआ है। आठ महीने से वेतन भुगतान न होने से नाराज कर्मचारी लगातार शासन पर दबाव बनाए हुए हैं। त्यौहार का महीना होने के बावजूद वेतन भुगतान न होने से कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ रहा था। इस पर अपर सचिव पेयजल जीबी ओली की ओर से वेतन भुगतान से जुड़े आदेश किए गए। तात्कालिक राहत के तौर पर तय किया गया कि स्वजल में प्रतिनियुक्ति पर आए कर्मचारियों को आठ महीने का पूरा वेतन मिलेगा।
संविदा पर तैनात कर्मचारियों को आठ महीने का 50 प्रतिशत वेतन ही मिलेगा। शेष उपनल कर्मचारियों को उपनल की वर्तमान प्रचलित व्यवस्था के अनुसार ही वेतन भुगतान होगा। स्वजल कर्मचारी संघ के महामंत्री अरविंद पयाल ने कहा कि उपनल की प्रचलित व्यवस्था के अनुरूप यदि वेतन दिया जाता है, तो वो प्रति कर्मचारी आठ से दस हजार रुपये महीने ही रहेगा। जबकि स्वजल कर्मचारियों को पूरा वेतन मिलता है। अधिकांश स्थानों पर उपनल से अगस्त, सितंबर तक के बिल आ चुके हैं। इस स्थिति में तो कर्मचारियों पर रिकवरी का खतरा बढ़ गया है। इस सम्बन्ध में निदेशक स्वजल को अवगत करा दिया गया है। अभी भी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया है।