अध्यक्ष पर कार्रवाई हुई, तो सीधे आंदोलन का ऐलान करेगी जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन, जांच रिपोर्ट को बताया कर्मचारी विरोधी
देहरादून।
उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन और उत्तराखंड सचिवालय संघ अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई होने पर कर्मचारियों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन ने साफ किया कि कार्रवाई होने पर बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे आंदोलन का ऐलान कर दिया जाएगा। प्रदेश स्तरीय आंदोलन की रणनीति बनाने को गुरुवार को प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है।
तहसील चौक स्थित एक होटल में पत्रकारों से बात करते हुए एसोसिएशन के महासचिव वीरेंद्र सिंह गुसाईं ने कहा कि अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ सरकार के इशारे पर जानबूझ कर गलत रिपोर्ट तैयार की गई है। जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन को गैर मान्यता प्राप्त संगठन बताया गया है। जबकि संगठन एससी एसटी फैडरेशन की ही तरह सोसाइटी रजिस्ट्रार कार्यालय से पंजीकृत है। जांच अधिकारी ने जांच से हट कर अपनी रिपोर्ट में व्याख्या की है। जो सरकार की कर्मचारी विरोधी मानसिकता को प्रकट करता है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस समय आंदोलन चल रहा था, उस दौर में दीपक जोशी सचिवालय संघ के अध्यक्ष नहीं थे, क्योंकि उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था। जबकि हकीकत ये है कि नए चुनाव होने तक निवर्तमान कार्यकारिणी पर ही जिम्मा रहता है। कर्मचारी हित में कर्मचारी नेताओं के मीडिया में बयान देना आम बात है। पहले भी ऐसा होता रहा है। जो आरोप लगाए गए हैं, उन्हें पहले ही सेशन जज देहरादून के स्तर से निस्तारित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रदेश भर के कर्मचारी दीपक जोशी के साथ खड़े हैं। कोई भी कार्रवाई होने पर सीधे आंदोलन होगा। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी वीके धस्माना, एसपीएस देवड़ा, सीएल असवाल, मुकेश बहुगुणा, डीएस सरियाल आदि मौजूद रहे।