पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज लिखेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र, चौरासी कुटिया पर्यटन विभाग को देने की करेंगे मांग, महाराज ने इनर लाइन समाप्त होने के बाद अधिकारियों को नीति घाटी में पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के दिए निर्देश
देहरादून।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। पत्र लिख कर चौरासी कुटिया पर्यटन विभाग को देने की मांग करेंगे। महाराज ने इनर लाइन समाप्त होने के बाद अधिकारियों को नीति घाटी में पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के भी निर्देश दिए।
पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में हुई बैठक में पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन की विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने के साथ साथ हैरिटेज स्थलों के रख रखाव पर भी ध्यान दिया जाए। अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ऋषिकेश स्थित बिटल की कर्मभूमि चौरासी कुटिया को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का प्रस्ताव बनाएं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में आग्रह करेंगे कि चैरासी कुटिया की देखरेख का अधिकार वन विभाग से पर्यटन विभाग को दिया जाए।

कहा कि चौरासी कुटिया एक धरोहर है, वर्तमान में वह रख रखाव के अभाव में जीर्ण क्षीर्ण हो गई हैं। यदि पर्यटन विभाग को इसकी जिम्मेदारी मिलती है तो हम इसे वर्ल्ड हैरिटेज के रूप संरक्षित करने के साथ साथ इसके जरिए दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। कहा कि राज्य में सफारी पार्क को विकसित करने की कार्य योजना पर काम शुरू करें।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन का प्रचार प्रसार ऑडियो व वीडियो के माध्यम से किया जाए। ताकि उत्तराखण्ड आने वाले पर्यटकों को राज्य की संस्कृति की जानकारी मिल सके। कहा कि जीएमवीएन और केएमवीएन के एकीकरण की प्रक्रिया पर गंभीरता से काम किया जाए। इनर लाइन समाप्त,
महाराज ने अफसरों से कहा कि अब नीति घाटी में इनर लाईन समाप्त हो गया है। ऐसे में मार्च 2021 से वह टिम्बरसैण महादेव की यात्रा के साथ साथ नीति घाटी में पर्यटन गतिविधियों को संचालित करने की तैयारी पर ध्यान दें। सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाए। उत्तराखंड के आखिरी गांव माणा में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। बैठक में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, पर्यटन अपर सचिव सोनिका, एमडी जीएमवीएन आशीष चौहान, एमडी केएमवीएन रोहित मीणा, अपर निदेशक विवेक चौहान, पूनम चंद, उपनिदेशक योगेन्द्र कुमार गंगवार, एसएस सामंत आदि मौजूद रहे।