दिसंबर में भी समय पर तैयार नहीं हो पाएगा नई बिजली दरों का प्रस्ताव, अभी ऑडिट कमेटी से ही पास नहीं हो पाया, आयोग से समय बढ़ाने की हो सकती है मांग
देहरादून।
ऊर्जा निगम की ओर से दिसंबर में भी समय पर नई बिजली दरों का प्रस्ताव तैयार नहीं हो पा रहा है। प्रस्ताव अभी ऑडिट कमेटी से ही पास नहीं हो पाया है। ऐसे में ऊर्जा निगम आयोग से समय बढ़ाने की मांग कर सकता है। प्रस्ताव अभी बोर्ड में पहुंचने से पहले ऑडिट कमेटी में ही उलझा हुआ है। ऑडिट कमेटी में चर्चा जरूर हुई, लेकिन अभी प्रस्ताव फाइनल नहीं हो पाया। ऐसे में ऊर्जा निगम की ओर से उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजने में और देरी लगना तय है।
ऊर्जा निगम की ओर से हर साल आयोग को नई बिजली दरों का प्रस्ताव 30 नवंबर तक भेज दिया जाता है। इस बार कोरोना के कारण प्रस्ताव भेजने में देरी हुई, तो ऊर्जा निगम ने एक महीने का अतिरिक्त समय लिया। 31 दिसंबर तक प्रस्ताव फाइनल कर प्रस्ताव भेजा जाना है। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखने से पहले ऑडिट कमेटी में प्रस्ताव पास कराना जरूरी होता है, लेकिन सोमवार तक ऑडिट कमेटी से प्रस्ताव पास नहीं हो पाया था। इस पर सोमवार को यूपीसीएल बोर्ड बैठक में सिर्फ एकाउंट्स क्लियर कराए गए।
दोपहर बाद हुई ऑडिट कमेटी की बैठक में नई बिजली दरों के प्रस्ताव पर चर्चा हुई, लेकिन देर शाम तक चली बैठक में कुछ फाइनल नहीं हो पाया। ऐसे में अब ऑडिट कमेटी की बैठक दोबारा होगी। इसके बाद प्रस्ताव आयोग को भेजा जाएगा। ऐसे में 31 दिसंबर तक ये सभी प्रक्रिया पूरी होती नजर नहीं आ रही है। इस पर यूपीसीएल की ओर से नए सिरे से आयोग से समय बढ़ाने की मांग की जा सकती है। बोर्ड बैठक में सचिव ऊर्जा राधिका झा, एमडी नीरज खैरवाल समेत सभी स्वतंत्र निदेशक और निदेशक मौजूद रहे।