उत्तराखंड में सफल रहा कोविड वैक्सीन टीकाकरण का ड्राई रन रहा सफल, 87588 हेल्थ केयर वर्कर का डाटा तैयार, इन्टरनेट कनेक्टिविटी न होने वाले तीन स्थानों पर भी किया गया मॉक ड्रिल, ऑफ लाइन हुआ काम
देहरादून।
कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण को 13 जिलों में चलाया गया ड्राई रन सफल रहा। हर जिले दस दस अस्पतालों में वैक्सीनेशन का मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। ड्राई रन में सरकारी एवं प्रमुख निजी अस्पतालों को चिन्हित किया गया।
एनएचएम मिशन निदेशक सोनिका ने बताया कि ड्राईरन केंद्र की गाइड लाइन के अनुसार संतोषजनक रहा। 11 जिलों में 10-10 स्थानों पर और देहरादून, पौड़ी में 11-11 स्थानों पर टीकाकरण सत्र आयोजित हुए। राज्य के 13 जिलों में 132 टीकाकरण सत्रों का आयोजन प्लान किया गया। इन्टरनेट कनेक्टिविटी न होने की दशा में टीकाकरण सत्र कैसे होगा, इसे लेकर भी तीन स्थानों पर मॉक ड्रिल हुआ। यहां टीकाकरण के समस्त आपरेशन ऑफ लाइन संचालित हुए। 99 प्रतिशत टीकाकरण सत्र सफलतापूर्वक पूरे हुए।
निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 86 प्रतिशत लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन का टीका दिये जाने की मॉकड्रिल हुई। 3160 लाथार्थियों को वैक्सीन दी जानी थी, 2720 का वैक्सीनेशन हुआ। वैक्सीनेशन के बाद होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के 116 मामले रिकार्ड किए गए। राज्य स्तरीय कोविड कन्ट्रोल रूम में प्रत्येक क्षण की निगरानी की गई। डा. सरोज नैथानी के अनुसार पहले चरण में वैक्सीनेशन को 87588 हेल्थ केयर वर्कर का डाटा तैयार किया गया है। 2804 सरकारी स्वास्थ्य सस्थाएं और 2149 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं। 2118 वैक्सीनेटर एवं 402 पर्यवेक्षको को तैनात किया जाएगा। टीकाकरण 9708 स्थानों पर कराने की कार्ययोजना तैयार की गई।