बिजली कर्मियों ने मैनेजमेंट को दिया अल्टीमेटम, वेतन कटा, तो बिना सूचना के सीधे हड़ताल, वेतन काटने के आदेश को बताया कर्मचारियों का उत्पीड़न करने वाला
देहरादून।
यूपीसीएल में असिस्टेंट इंजीनियर से लेकर अधीक्षण अभियंता स्तर तक राजस्व वसूली के अनुसार वेतन भुगतान निर्धारण का विरोध जारी है। उत्तरांचल पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने एमडी यूपीसीएल को पत्र भेज कर उनके आदेश पर विरोध जताया। कहा कि इस तरह का आदेश सीधे कर्मचारियों का उत्पीड़न करने वाला है।
एसोसिएशन के महासचिव अमित रंजन ने एमडी को भेजे पत्र में कहा कि ऐसे समय जब बिजली कर्मचारियों, इंजीनियरों का उत्साहवर्द्धन किया जाना चाहिए था, तब उनका शोषण हो रहा है। जिन इंजीनियरों की बदौलत आज महज 13.44 प्रतिशत पर पहुंच गया है। कोरोना संकट में लाइन मेन से लेकर उच्च स्तर तक की मेहनत से पॉवर सप्लाई सिस्टम कभी भी प्रभावित नहीं हुआ। उनके साथ ही इस तरह का भेदभाव हो रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कहा कि बेहतर यही होगा कि पहले कर्मचारियों से लेकर इंजीनियरों के खाली पदों पर नियमित भर्ती की जाए। सभी संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। इससे पहले यदि किसी भी कर्मचारी का एक भी दिन का वेतन काटा गया, तो पूरे पॉवर सेक्टर के कर्मचारी बिना किसी नोटिस, पूर्व सूचना के कार्य बहिष्कार शुरू कर देंगे।