प्रभारी व्यवस्था को लेकर पेयजल में भेदभाव, जल निगम में प्रभारियों की भीड़, जल संस्थान में इंतजार, जल निगम में एक्सईएन से लेकर मुख्य अभियंता तक सब प्रभारी, अधिशासी अभियंताओं को बनाया प्रभारी जीएम, एसई, जल संस्थान में रोकी प्रभारी व्यवस्था में प्रमोशन की फाइल
देहरादून।
प्रभारी व्यवस्था को लेकर पेयजल में भेदभाव बरता जा रहा है। जल निगम में जहां प्रभारियों की भीड़ जमा हो रही है। तो जल संस्थान में इंतजार कराया जा रहा है। जल निगम में एक्सईएन से लेकर मुख्य अभियंता तक सब प्रभारी हैं। अधिशासी अभियंताओं को प्रभारी जीएम, एसई तक बना दिया गया है। तो दूसरी ओर जल संस्थान में प्रभारी व्यवस्था में प्रमोशन की फाइल रोक दी गई।
पेयजल विभाग में दो तरह के मानक अपनाए जा रहे हैं। पेयजल निगम में कोर्ट केस, वरिष्ठता विवादों को भी दरकिनार कर एक के बाद एक इंजीनियरों को प्रभारी व्यवस्था में अधीक्षण अभियंता, महाप्रबंधक से लेकर मुख्य अभियंता तक का चार्ज दिया जा रहा है। दूसरी ओर जल संस्थान के मामले में फाइल डंप कर दी गई है।
जल संस्थान में न तो वरिष्ठता तय हो रही है। न ही डीपीसी की जा रही है। न ही तमाम पद खाली होने के बाद भी प्रभारी व्यवस्था में चार्ज दिया जा रहा है। दोनों पेयजल एजेंसियों के मामले में लापरवाही बरती जा रही है। अलग अलग नियम अपनाए जा रहे है। इसे लेकर इंजीनियरों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा सीधा असर जल संस्थान पर पड़ रहा है। अधीक्षण अभियंता के तमाम पद खाली पड़े हैं। प्रमोशन से लेकर प्रभारी व्यवस्था में चार्ज देने की फाइल शासन में डंप पड़ी है। बार बार न्याय, कार्मिक, वित्त में भेज कर प्रकरण को उलझाया ज रहा है।
जल निगम में प्रभारी इंजीनियरों की भीड़
प्रभारी मुख्य अभियंता कुमाऊं एसके पंत, प्रभारी मुख्य अभियंता गढ़वाल, सुभाष चंद्र, प्रभारी एसई टिहरी इमरान अहमद, प्रभारी जीएम गंगा, जीएम वर्ल्ड बैंक केके रस्तोगी, प्रभारी एसई विधुत यांत्रिक देहरादून अनुज कौशिक, प्रभारी महाप्रबंधक भूजल मुख्यालय और एसई विद्युत यांत्रिक हल्द्वानी प्रणय पुरोहित, प्रभारी ओपी सिंह एसई नैनीताल और महाप्रबंधक निर्माण विंग कुमाऊं, यूके गुप्ता एसई अल्मोड़ा, एसई पौड़ी सुरेश पाल, प्रभारी महाप्रबंधक निर्माण विंग सीएस रजवार को चार्ज दिया गया है।
जल संस्थान में एक पर भार, बाकी खाली
जल संस्थान में न प्रमोशन और न ही प्रभारी चार्ज देने से कुछ अफसरों पर काम का दबाव बेहद बढ़ गया है। कुछ की स्थिति अष्टभुजा धारी जैसी हो गई है, तो कुछ चार्ज न मिलने से खाली बैठे हैं। एक ही अफसर पर कई बड़ी जिम्मेदरियों के बोझ से लाद दिया है। वे स्वयं परेशान हैं। उनके पास जीएम टीआरएम, एसई अर्बन, ग्रामीण देहरादून, सचिव प्रशासन, अप्रेजल, टिहरी, उत्तरकाशी, सेंट्रल स्टोर, पीआईयू वर्ल्ड बैंक, देहरादून नगर, ग्रामीण समेत टिहरी, उत्तरकाशी का भी प्रभार है।
पेयजल सेक्टर की दोनों एजेंसियों जल निगम और जल संस्थान में बहुत जल्द वरिष्ठता, प्रमोशन से जुड़े सभी प्रकरण हल किये जा रहे है। जल्द प्रभारी व्यवस्था से बेहतर नियमित प्रमोशन कर दिए जाएंगे।
नितेश झा, सचिव पेयजल
शासन को जल संस्थान की असल जरूरतों से अवगत करा दिया है। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी हो जाए।
एसके शर्मा, सीजीएम जल संस्थान