पॉवर इंजीनियरों के बीच थमेगा वरिष्ठता का घमासान, पूर्व अपर सचिव एमसी जोशी की अध्यक्षता में समिति का गठन, लंबे समय से वरिष्ठता को लेकर जेई और एई एसोसिएशन के बीच चल रहा विवाद 

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पॉवर इंजीनियरों के बीच थमेगा वरिष्ठता का घमासान, पूर्व अपर सचिव एमसी जोशी की अध्यक्षता में समिति का गठन, लंबे समय से वरिष्ठता को लेकर जेई और एई एसोसिएशन के बीच चल रहा विवाद

देहरादून।

ऊर्जा निगम में सहायक अभियंता की वरिष्ठता सूची को लेकर कायम विवाद को दूर किया जाएगा। इसके लिए पूर्व अपर सचिव एमसी जोशी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। इसमें तीनों निगमों के निदेशक मानव संसाधन और दोनों कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
एमडी डा. नीरज खैरवाल ने वरिष्ठता विवाद के निस्तारण के हल को लेकर सोमवार को दोनों कर्मचारी संगठन, पॉवर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन और पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया। दोनों संगठनों की ओर से बताया गया कि वरिष्ठता निर्धारण को पहले से ही एक समिति गठित है। इस समिति के स्तर से समय पर निर्णय नहीं लिया जा रहा है। दोनों ओर से बढ़ते विवाद पर तय हुआ कि एक तटस्थ समिति बनाई जाए, जिसके फैसले को सभी स्वीकार करेंगे। इसमें पूर्व अपर सचिव एमसी जोशी अध्यक्ष होंगे। बाकि तीनों निगमों के निदेशक मानव संसाधन के साथ ही निदेशक ऑपरेशन, प्रोजेक्ट यूपीसीएल भी सदस्य होंगे।

इस बार वरिष्ठता के विवाद को पूरी तरह निस्तारित किया जा रहा है। इसके लिए पूर्व अपर सचिव एमसी जोशी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन कर दिया गया है। तीनों निगमों के निदेशक मानव संसाधन को भी शामिल किया गया है। संगठन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
डा. नीरज खैरवाल, एमडी यूपीसीएल

वरिष्ठता के विवाद को दूर किए जाने की लंबे समय से मांग की जा रही है। ताकि वरिष्ठता फाइनल होकर पदोन्नति जल्द से जल्द हो सके। उम्मीद है कि अब सभी विवाद पूरी तरह दूर हो जाएंगे। ट्रिब्यूनल ने भी फैसला हमारे पक्ष में दिया है। समिति तत्काल अपनी संस्तुति दे। वरिष्ठता निर्धारित कर पदोन्नति की जाए।
मुकेश कुमार, पूर्व महासचिव उत्तराखंड पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन

अब जो नई समिति गठित की गई है, उसका नतीजा जल्द से जल्द सामने आए। क्योंकि देरी का बहुत नुकसान हो रहा है। यदि ट्रिब्यूनल ने फैसला सीधी भर्ती वालों के पक्ष में दिया है, तो उसे क्यों हाईकोर्ट में चुनौती दी जा रही है। ट्रिब्यूनल ने सिर्फ समिति गठित कर वरिष्ठता निर्धारण के आदेश दिए हैं। समिति की रिपोर्ट दो साल से डंप है। सीधी भर्ती के प्रशिक्षण के समय को भी वरिष्ठता में जोड़ा जा रहा है। जो गलत है। वरिष्ठता सूची जल्द फाइनल हो।
संदीप शर्मा, केंद्रीय महासचिव पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन

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