पौने दो करोड़ गबन के आरोप में प्रधान सहायक निलंबित, जल संस्थान हरिद्वार के प्रधान सहायक पर कार्रवाई, टिहरी अटैच, एफआईआर, लंबे समय से नहीं हो पा रही थी वसूली, अभी सिर्फ 7.7 लाख ही वसूले
देहरादून।
पौने दो करोड़ गबन के आरोप में प्रधान सहायक को निलंबित कर दिया गया है। जल संस्थान हरिद्वार के प्रधान सहायक पर ये कार्रवाई की गई। उन्हें टिहरी अटैच किया गया है। एफआईआर के आदेश किए गए। इस मामले में लंबे समय से वसूली नहीं हो पा रही थी। अभी भी सिर्फ 7.7 लाख ही वसूली हो पाई है। जल संस्थान में पौने दो करोड़ के गबन के आरोप में प्रधान सहायक बिंदर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें हरिद्वार से नई टिहरी कार्यालय अटैच कर दिया गया है।
जल संस्थान हरिद्वार में पानी के बिलों की वसूली में गड़बड़ी की शिकायत पर जांच बैठाई गई। जांच में पाया गया कि पानी के बिल का पैसा सरकारी खाते में जमा ही नहीं कराया गया। जांच पड़ताल हुई, तो मालूम चला की डेढ़ करोड़ रुपए जमा नहीं हुए। इस पर पहले आरोपी प्रधान सहायक बिंदर कुमार को ऑफिस अटैच कर नोटिस दिया गया। इसके बाद भी जब पूरा पैसा जमा नहीं हुआ, तो आरोपी को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन तक सिर्फ जीवन निर्वाह भत्ते का ही भुगतान होगा। आरोपी को तत्काल पूरे पौने दो करोड़ जमा कराने का अल्टीमेटम दिया गया है। अभी तक सिर्फ 7.7 लाख रुपये ही जमा हुआ है।
महाप्रबंधक निलिमा गर्ग ने बताया कि आरोपी कर्मचारी बिंदर सिंह के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर दी गई है। जांच में आगे और भी गड़बड़ी मिली, तो और भी सख्त कार्रवाई होगी। हर सूरत में एक एक पाई वसूली जाएगी। मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि राजव के पैसे का गबन बहुत ही गंभीर मसला है। अभी पहले चरण में डेढ़ करोड़ का गबन सामने आया है। इसकी विस्तार से पड़ताल को स्पेशल ऑडिट कराया जा रहा है। ताकि असल गड़बड़ी सामने आ सके।